BJP, Kashmir, Khattar, Article 370, Pakistan, Jammu and Kashmir: कश्मीर की स्थिति को लेकर पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा दिये गए बयान का पाकिस्तान द्वारा यूएन को लिखी गई चिट्ठी में इस्तेमाल किया गया था। इस खबर के सामने आने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उनपर जमकर निशाना साधा था। लेकिन अब इस चिट्ठी को लेकर एक और बात सामने आई है जो भाजपा के लिए परेशानी बन सकती है। इस पत्र में न केवल पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष के उद्धरणों का उपयोग किया गया है, बल्कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और भाजपा नेता विक्रम सैनी का भी उल्लेख है।

पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू और कश्मीर के विशेष राज्य के दर्जे को खत्म कर दिया, हरियाणा के सीएम खट्टर ने एक सार्वजनिक रैली में कहा था कि “अब रास्ता साफ हो गया है और हम कश्मीर से दुल्हन लाएंगे।” हालांकि विडियो में देखा गया था कि भाजपा नेता की टिप्पणी एक हल्के नोट पर की गई थी। खट्टर ने कहा था कि पहले ओपी धनकड़ कहते थे बिहार की लड़कियों को हरियाणा में शादी के लिए लाएंगे अब कुछ लोग कह रहे हैं कि हम कश्मीर से लड़कियां लाएंगे। बीजेपी विधायक विक्रम सैनी ने भी कुछ इसी तरह का बयान दिया था जिसका ज़िक़्र पाकिस्तान की चिट्ठी में है।

संयुक्त राष्ट्र को लिखे गए पाकिस्तान के पत्र में, खट्टर की इन टिप्पणियों का उल्लेख ‘युद्ध के हथियार के रूप में लिंग आधारित हिंसा’ की धारा के तहत किया गया है। पत्र में लिखा है कि कुछ लोग अब कह रहे हैं कि कश्मीर खुला है, वहां से दुल्हनें लाई जाएंगी। इतना ही नहीं कुछ दिन पहले सैनी का एक वीडियो जो सोशल मीडिया पर सामने आया था। जिसमें वे एक भाषण में कह रहे थे कि कार्यकर्ता बहुत उत्सुक हैं और जो कुंवारे हैं, उनकी शादी कश्मीर में करवा देंगे। अब वहां कोई दिक्कत नहीं है। पहले महिलाओं पर बहुत अत्याचार होता था। वहां की लड़की अगर यूपी के किसी लड़के से शादी कर लेती थी तो उसकी नागरिकता छिन जाती थी। भारत की नागरिकता अलग, कश्मीर की अलग। यानि एक देश, दो विधान। इतना ही नहीं उन्होंने आगे कहा “मुस्लिम कार्यकर्ताओं को भी खुशी मनानी चाहिए। अब वे भी गोरी कश्मीरी लड़कियों से शादी कर सकते हैं। जश्न होना चाहिए।” पाकिस्तान ने सैनी के इस बयान का भी पत्र में इस्तेमाल किया है।