उत्तर रेलवे को मंगलवार को पहला एयरोडायनेमिकली डिजाइन किया गया यात्री इलेक्ट्रिक इंजन (लोकोमोटिव) मिला, जो 200 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ सकती है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, “पहला एयरोडायनेमिकली डिजाइन किया गया यात्री इलेक्ट्रिक इंजन का निर्माण चितरंजन लोकोमोटिव वर्क्स में किया गया है। इसे आज उत्तर रेलवे की सेवा में लगाया गया है।” अधिकारी ने बताया कि नया लोकोमोटिव उन्नत एयरोडायनेमिक्स और अर्गोनॉमिक डिजाइन से लैस है, जिसमें ड्राइवर की सुविधा और सुरक्षा का खास ख्याल रखा गया है।
नए इंजन का इस्तेमाल प्रमुख ट्रेनों में किया जाएगा, जिसमें राजधानी एक्सप्रेस, गतिमान एक्सप्रेस, और शताब्दी एक्सप्रेस शामिल हैं। इस इंजन को लगाने से इन ट्रेनों के यात्रा समय में कमी आएगी। अधिकारी ने बताया, “नए इंजन के अगले हिस्से की डिजाइन एयरोडायनेमिक आकार में है, जिससे उच्च गति पर हवा के प्रतिरोध में कमी आएगी तथा इसकी उन्नत सस्पेंशन प्रणाली किसी भी प्रकार के झटकों से बचाव करेगी। यह ट्रेन 200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार आसानी से पकड़ लेगी।”
बता दें कि इससे पहले रेलवे ने लंबी दूरी की ट्रेन से सफर करने वालों के लिए लाइब्रेरी की सुविधा उपलब्ध करवायी थी। ई-बुक के दौर में लंबी दूरी की ट्रेनों में यात्रा करने वालों के लिए अच्छी खबर है। रेलवे ने डेक्कन क्वीन और पंचवटी एक्सप्रेस ट्रेनों में पहली बार चलती लाइब्रेरी स्थापित कर दी है। रेलवे ने इसे ‘बुक्स ऑन व्हील्स’ के रूप में पेश किया है, बुक्स ऑन व्हील्स को 15 अक्टूबर को राज्य शिक्षा मंत्री विनोद तावडे ने लॉन्च किया था। 15 अक्टूबर की शाम को इन दो ट्रेनों में ‘बुक्स ऑन व्हील्स’ का उद्घाटन किया गया। डेक्कन क्वीन पुणे जाती है और पंचवटी मनमाड जाती है। दोनों ट्रेनों में 250-300 किताबों से भरी ट्रॉली को ट्रेन में घुमाया जाएगा। पैसेंजर अपनी पसंद की पुस्तक लेने के लिए फ्री हैं। शुरूआत में इतिहास, राजनीति, रहस्य, जीवनी और यहां तक कि उन पुस्तकों से अनुवाद की जाने वाली मराठी साहित्य किताबें भी अलग-अलग भाषाओं से अनुवादित होंगी।