आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने बृहस्पतिवार को कहा कि कोई युद्ध नहीं हो रहा है फिर भी देश की सीमाओं पर सैनिक शहीद हो रहे हैं। आरएसएस प्रमुख ने प्रहार समाज जागृति संस्था के रजत जयंती कार्यक्रम के अवसर पर यहां कहा कि ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि ‘‘हम अपना काम ठीक से नहीं कर रहे हैं।’’ उन्होंने कहा,‘‘भारत को आजादी मिलने से पहले देश के लिए जान कुर्बान करने का वक्त था। आजादी के बाद युद्ध के दौरान किसी को सीमा पर जान कुर्बान करनी होती है। (लेकिन) हमारे देश में (इस वक्त) कोई युद्ध नहीं है फिर भी लोग(सैनिक) शहीद हो रहे है…क्योंकि हम अपना काम ठीक ढंग से नहीं कर रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ अगर कोई युद्ध नहीं है तो कोई कारण नहीं है कि कोई सैनिक सीमा पर अपनी जान गंवाए। लेकिन ऐसा हो रहा है।’’ उन्होंने कहा कि इसे रोकने और देश को महान बनाने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए।
गौरतलब है कि आए दिन ही घाटी से जवानों के शहीद होने की खबरें आती हैं। 16 जनवरी को श्रीनगर के‘जीरो’ पुल पर एक सुरक्षा चौकी पर आतंकवादियों ने हथगोले से हमला किया जिसमें यातायात पुलिस के तीन जवान घायल हो गये थे। हमला नेशनल कांफ्रेंस के मुख्यालय और आकाशवाणी के स्थानीय कार्यालय से सौ मीटर से भी कम दूरी पर हुआ। इससे पहले आर्मी डे से पहले भी कश्मीर के नौसेरा सेक्टर में एक मेजर सहित 2 जवान शहीद हो गए थे।
M Bhagwat:Yahan yudh nahi hai to bhi shahidian hoti hai,kaaran hai ki hum apna kaam theek nahi kar rahe.Nahi to kisi ke saath yudh nahi hai to seema par sainik ke marne ka kaaran nahi hai lekin hota hai.Usko thik karna hai,desh ko bada banana hai to desh ke liye jeena sikhna hoga pic.twitter.com/JOb1Gm6bJc
— ANI (@ANI) January 18, 2019
इससे पहले भी 15 जनवरी को जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में सुबह अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास पाकिस्तान रेंजर्स के स्राइपरों की ओर से की गई फायरिंग में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) का एक सहायक कमांडेंट शहीद हो गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। पाकिस्तानी सैनिकों ने राजौरी जिले में भी नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास फायरिंग करके और गोले दागकर संघर्षविराम का उल्लंघन किया, जिसके बाद भारतीय सेना ने मजबूती से पलटवार किया था।
भाषा के इनपुट के साथ।