कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ बुधवार को लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पेश किया जिस पर चर्चा के लिए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने स्वीकृति प्रदान की। सदन में कांग्रेस के उप नेता गौरव गोगोई द्वारा पेश इस प्रस्ताव को स्वीकृति मिलने के साथ ही लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि वह सभी दलों के नेताओं से बातचीत करके इस पर चर्चा की तारीख बताएंगे।

अविश्वास प्रस्ताव पर BSP सांसद मलूक नागर ने कहा कि कांग्रेस में नेतृत्व की कमी है। अविश्वास प्रस्ताव तब लाया जाता है जब पीएम और आपके सामने सरकार कुछ कमजोर होती है। आपके सामने संख्या बल है इसलिए कुछ नहीं होने वाला है। उन्होंने कहा कि सब अपनी राय रखेंगे। पीएम बाद में आएंगे, उनकी हर बात का जवाब देंगे, वे धराशायी हो जाएंगे और विपक्ष कमजोर हो जाएगा इसलिए मुझे लगता है कि उन्हें ये सोचना भी नहीं चाहिए था।

अधीर रंजन जैसे नेता कुछ नहीं कर पाएंगे- BSP सांसद

मलूक नागर ने कहा कि जब चर्चा होगी तो सभी मुद्दों पर होगी। अधीर रंजन जैसे नेता कुछ नहीं कर पाएंगे, कांग्रेस में और भी नेता हैं जो उनसे बेहतर काम कर सकते हैं। वह न तो हिंदी बोल सकते हैं और न ही अंग्रेजी। उन्हें केवल बांग्ला बोलनी चाहिए। विपक्ष और कमजोर होगा। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा हुआ तो देश कमजोर हो जायेगा। बीजेपी मनमानी करेगी। कांग्रेस मुख्य विपक्षी दल है और उन्हें इस पर विचार कर कदम उठाना चाहिए।

हमारे लिए देश और उसके लोग पहले- मलूक नागर

अविश्वास प्रस्ताव पर बीएसपी सांसद मलूक नागर ने कहा कि हमारे लिए देश और उसके लोग पहले हैं। हम चर्चा में हिस्सा लेंगे। हम मणिपुर के बारे में हर बात पर विस्तार से चर्चा करेंगे। हम पहले ही मांग कर चुके हैं कि मुख्यमंत्री बदला जाए। हम राजस्थान पर भी चर्चा करेंगे जहां दलितों और पिछड़ों के साथ बलात्कार हो रहा है और वहां भी सीएम बदले जाने की बात करेंगे। उन्होंने कहा कि हम 500 करोड़ की डायरी पर भी चर्चा करेंगे। हम छत्तीसगढ़ के साथ-साथ मध्य प्रदेश में दलितों पर हो रहे अत्याचार पर भी चर्चा करेंगे।

सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव मंजूर

विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर लोकसभा में शून्यकाल के दौरान ओम बिरला ने कहा, “मुझे सदन को सूचित करना है कि गौरव गोगोई से नियम 198 के तहत मंत्रिपरिषद में अविश्वास प्रस्ताव का अनुरोध प्राप्त हुआ है। कृपया आप सदन की अनुमति प्राप्त करें।’’ इसके बाद गोगोई ने कहा कि मैं निम्नलिखित प्रस्ताव के लिए सदन की अनुमति चाहता हूं- यह सभा मंत्रिपरिषद में विश्वास का अभाव प्रकट करती है। लोकसभा अध्यक्ष ने इस प्रस्ताव की अनुमति देने का समर्थन करने वाले सदस्यों से अपने स्थान पर खड़े होने के लिए कहा। इस पर कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, द्रमुक और कई अन्य विपक्षी दलों के सदस्य खड़े हो गए।

इसके बाद लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने कहा कि इस प्रस्ताव को अनुमति दी जाती है। मैं सभी दलों के नेताओं से चर्चा करके उचित समय पर इस प्रस्ताव पर चर्चा कराने की तारीख के बारे में आप लोगों को बता दूंगा।