जद (एकी) नेता और निवर्तमान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बिहार में शनिवार को महागठबंधन विधायक दल का नेता चुना जाएगा, जबकि राजद प्रमुख लालू प्रसाद को शुक्रवार को उनकी पार्टी के विधायकों ने नई विधानसभा के लिए अपना नेता नामित करने की जिम्मेदारी सौंपी। प्रसाद ने पत्रकारों को बताया कि कुमार को शनिवार को विधानसभा परिसर में एक बैठक में औपचारिक रूप से महागठबंधन विधायक दल का नेता चुना जाएगा। राजद के नवनिर्वाचित सदस्य राबड़ी देवी के आधिकारिक आवास पर दोपहर एक बजे की अपनी बैठक के बाद इसके लिए वहां जाएंगे।
राजद के विधायक दल में 79 नवनिर्वाचित विधायक और पांच एमएलसी हैं। इसकी पहली बैठक में आम राय से यह फैसला किया गया कि इसका नेता चुनने का अधिकार प्रसाद को सौंपा जाए और 16वीं राज्य विधानसभा में महागठबंधन विधायक दल के नेता के तौर पर नीतीश की ताजपोशी की जाए।
राजद प्रमुख के बेटे तेजस्वी यादव को अहम पद मिलने की अटकलों के बीच यह पूछे जाने पर कि राजद विधायक दल का नेता कौन होगा, प्रसाद ने कहा, ‘मैं इस विषय पर एक फैसला करूंगा क्योंकि विधायक दल ने इस सिलसिले में मुझे जिम्मेदारी सौंपी है’। तेजस्वी, उनके भाई तेज प्रताप यादव (निर्वाचित) और उनकी मां राबड़ी देवी मंच पर विराजमान थे, जब राजद प्रमुख लगातार उन सवालों को टाल गए कि नए सदन में राजद विधायक दल का नेता कौन होगा।
राजद विधायक दल की बैठक राज्य की राजधानी के एक होटल में हुई जिसकी अध्यक्षता राबड़ी देवी ने की, जो पूर्व मुख्यमंत्री हैं और पार्टी की प्रदेश संसदीय इकाई की नेता हैं। प्रसाद ने बताया कि सारन जिले के बनियापुर से राजद विधायक केदार सिंह को छोड़कर पार्टी के बाकी 79 नवनिर्वाचित विधायक और पांच एमएलसी (विधान परिषद सदस्य) बैठक में मौजूद थे। सिंह जेल में हैं। गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव में महागठबंधन को 178 सीटें मिली हैं जिनमें राजद को 80, जद (एकी) को 71 और कांग्रेस को 27 सीटें मिली। वहीं राजग को 58 सीटें ही मिली हैं जिनमें भाजपा को 53 सीटें मिलीं।