बिहार में सत्तारूढ़ जदयू की पहली चुनावी रैली योजनाओं को समर्पित रही। राज्य विधानसभा चुनाव के मद्देनजर जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वर्चुअल प्लेटफार्म jdulive.com के जरिए लोगों को संबोधित किया। इस वर्चुअल रैली में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हर योजना की बात करते समय लालू-राबड़ी राज से उसकी तुलना की।
नीतीश ने जदयू मुख्यालय स्थित ‘कर्पूरी सभागार’ के मंच से ‘निश्चय संवाद’ को संबोधित किया। नीतीश ने 2 घंटा 56 मिनट तक भाषण दिया। एक बार लालू यादव का नाम लिया। नीतीश ने शुरुआती 21 मिनट में केंद्र सरकार का कई बार जिक्र किया। उसके बाद बिहार सरकार की योजनाओं पर खुद को केंद्रित कर लिया। नीतीश ने कहा, ‘चंद्रिका प्रसाद यादव का स्वागत है। ऐश्वर्या राय के साथ क्या हुआ? लोग शिक्षा की बात करते हैं। लालू परिवार में एक पढ़ी-लिखी लड़की के साथ क्या हुआ?’
नीतीश ने लालू और राबड़ी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘ऐश्वर्या दारोगा बाबू (पूर्व मुख्यमंत्री) की पौत्री हैं। दारोगा राय ने कितनी मदद की थी। उनकी पौत्री के साथ क्या हुआ? परिवारवाद ही उनके लिए सब कुछ है। जिन्होंने आपकी मदद की, आपने उनके साथ क्या किया? ये सब लोग आए, मैं इनकी इज्जत करूंगा। लालू जी कहते हैं कि हम लोग बिहार पर भार हैं।’
नीतीश ने कहा, ‘आप (लालू यादव) जेल में हैं तो लोगों को पता चल ही रहा है कि कौन भार है। जब आपको काम करने का मौका मिला, तब आप लोगों ने क्यों नहीं किया? जब तक मौका मिलेगा सेवा करेंगे। जिसको जो बोलना है, वह बोलता है। आप अंदर हैं, तो लोगों को मुक्ति मिली हुई है। चुनाव में जनता मालिक है। जिसे चाहेगी, काम की जिम्मेदारी देगी। कुछ लोगों को लड़ाने में दिलचस्पी है।’
अब रैली में भीड़ की जगह वर्चुअल रैली पर लाइव दर्शक बनेगा पैमाना। अब तक बिहार में 2 बड़ी वर्चुअल रैली हुई है। एक अमित शाह की और एक नीतीश कुमार की। दोनो रैली का रिस्पांस कार्ड..
अब रैली में भीड़ की जगह वर्चुअल रैली पर लाइव दर्शक बनेगा पैमाना। अभी तक बिहार में 2 बड़ी वर्चुअल रैली हुई है। एक अमित शाह की और एक नीतीश कुमार की। दोनो रैली का रिस्पांस कार्ड.. pic.twitter.com/jeMpvzRono
— Narendra nath mishra (@iamnarendranath) September 7, 2020
जेडीयू का दावा है कि नीतीश की इस वर्चुअल रैली से 30 लाख लोग जुड़ें हैं। हालांकि, सोशल मीडिया पर उनकी इस वर्चुअल रैली में कम लोगों के जड़ने की बात की गई। इसे लेकर सोशल मीडिया यूजर्स नीतीश कमार और जेडीयू के मजे भी ले रहे हैं। @Nidhi_social ने लिखा, ‘दावा था कि 26 लाख लोग देखेंगे पर देख रहे थे कुल 500! इस से ज्यादा लोग तो JCB की खुदाई देखने आ जाते हैं!’
इस यूजर ने नीतीश के वर्चुअल रैली के दौरान की एक तस्वीर भी पोस्ट की। तस्वीर में लाइव के बगल में 536 लिखा हुआ दिख रहा था। @AbdulKh78948206 ने ट्वीट किया, ‘कहां से देखेंगे। इनसे युवा वर्ग नाराज जो है। इन्होंने युवाओं के साथ जो किया ये उसी का परिणाम है।’ @Karan57466398 ने लिखा, ‘वैसे देख तो सिर्फ 36 लोग ही रहे थे। बाकी तो dislike के लिए आए थे।’
दावा था कि 26 लाख लोग देखेंगे पर देख रहे थे कुल पाँच सौ! इस से ज्यादा लोग तो JCB की खुदाई देखने आ जाते हैं!
नीतीश कुमार की वर्चुअल रैली के अहम बिंदु
- नीतीश कुमार ने कहा, ‘हमारी सरकार ने कब्रिस्तान की घेरेबंदी कराई। 8064 कब्रिस्तान में से 6299 की घेरेबंदी करा दी गई है। मंदिर से मूर्तियां चोरी होने लगी थी। हमारी सरकार ने 226 मंदिरों में पूर्ण चारदीवारी कराई है, जबकि 112 पर काम जारी है और 48 प्रक्रियाधीन है।’
- नीतीश कुमार ने कहा, ‘पहले हालात इतने बुरे थे कि सामूहिक नरसंहार होता था। लोग गाड़ी में राइफल दिखाते हुए चलते थे।’
- बाढ़ का जिक्र करते हुए नीतीश कुमार ने कहा, ‘2006 के बाद हमने SOP बनाया कि कब किसी परिस्थिति में क्या काम करना है।’
- नीतीश ने कहा, ‘कोरोना के चलते आर्थिक संकट बढ़ रहा है। बाढ़ ने काफी नुकसान किया है। 16 जिले इस बार बाढ़ से प्रभावित हुए। सरकार ने तत्काल राहत पहुंचाई और 5 लाख से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू किया गया।’
- नीतीश ने कहा, ‘कोरोना में इलाज से लेकर मौत होने की परिस्थिति में 4 लाख रुपया मुआवजा देना तय किया। राज्य भर के प्रवासी बिहारियों को 14 दिन क्वारंटीन सेंटर में रखा। 15 लाख से ज्यादा लोग बिहार लौटे।’