मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में बिहार के सीएम नीतीश कुमार के दौरे से ऐन पहले उनके कुछ पोस्टर्स और बैनर लगे हैं। इनमें नीतीश कुमार को महाभारत के अर्जुन के तौर पर दिखाया गया है। वहीं, जेडीयू नेता शरद यादव को भगवान कृष्ण के तौर पर दिखाया गया है। पोस्टर की थीम है, ‘नरेंद्र मोदी और सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ जंग’ का एलान।
वाराणसी से 30 किमी दूर पिंडरा में नीतीश की पार्टी जेडीयू का कार्यक्रम होना है। बिहार की यह पार्टी गुरुवार को पड़ोसी राज्य यूपी में पहली बार बड़ी एंट्री लेगी। बता दें कि यूपी में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। जेडीयू न केवल यूपी में अपनी दखल बढ़ाना चाहती है, बल्कि 2019 के आम चुनाव से पहले ‘ब्रांड नीतीश’ को राष्ट्रीय स्तर पर प्रचारित करना चाहती है। राष्ट्रीय चुनावों में पीएम मोदी के खिलाफ विपक्ष का चेहरा बनने में नीतीश ने दिलचस्पी भी दिखाई है।
गुरुवार को वाराणसी में नीतीश बिहार की शराबबंदी को खासतौर पर हाईलाईट करना चाहेंगे। नीतीश और जेडीयू के थिंक टैंक को भरोसा है कि इस मुहिम को राष्ट्रीय स्तर पर ले जाने से उन्हें चुनावी फायदा हो सकता है। जहां तक पार्टी के कैंपेन को वाराणसी से शुरू करना है, इसकी बड़ी वजह इस जिले में ठीक ठाक संख्या में मौजूद कुर्मी समुदाय के लोग हैं। नीतीश कुमार को बिहार में कुर्मी जाति का खासा समर्थन हासिल है। पूर्वी यूपी भी बिहार से सटा ही हुआ है। पार्टी को लगता है कि वह यहां 2017 के विधानसभा चुनाव में अच्छा प्रभाव पैदा कर सकती है।