बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा के मुकाबले के लिए गठबंधन की बातचीत गति पकड़ रही है और इस बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज यहां राहुल गांधी से उनके आवास पर मुलाकात की।

नीतीश कल दिल्ली पहुंचे थे। आज यहां पहुंचे राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने कहा कि वह गठबंधन के मुद्दे पर नेताओं से मुलाकात करेंगे।

जदयू अध्यक्ष शरद यादव भी बिहार में अन्य दलों के नेताओं के साथ बातचीत के तमाम दौर के बाद राजधानी वापस आ गये हैं। यादव ने गुरुवार को कहा था कि राजद, जदयू और कांग्रेस बिहार विधानसभा चुनाव मिलकर लड़ेंगे।

राजद और जदयू के आला नेता अपने बीच के मतभेदों को जल्द ही समाप्त करने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में बैठकें करेंगे। बिहार में गठबंधन के मुद्दे को सुलझाने के लिए सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव के आवास पर भी नेताओं की बैठक होने की संभावना है।

इन दलों समेत जनता परिवार में शामिल छह दलों ने भाजपा से मुकाबले के लिए उनके विलय की व्यापक योजना पर काम करने के लिए सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह को नेता चुना था।

छह दलों के विलय का मुद्दा समय के साथ थोड़ा धीमा पड़ता जा रहा है क्योंकि फिलहाल ध्यान बिहार में गठबंधन को अंतिम रूप देने पर केंद्रित हो गया है।

गठबंधन बनने की अटकलों के बीच जदयू अध्यक्ष शरद यादव ने गुरुवार को कहा था कि उनकी पार्टी भाजपा से मुकाबले के लिए राजद तथा कांग्रेस के साथ मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ेगी।

कुछ ही दिन पहले जदयू और राजद के नेताओं में इन अटकलों के बीच मतभेद देखे गये थे कि लालू प्रसाद गठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर नीतीश कुमार को पेश करने के पक्ष में नहीं हैं।

राजद उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह ने मुख्यमंत्री के पद के उम्मीदवार के तौर पर नीतीश का नाम घोषित करने को लेकर खुलकर आपत्ति जताई थी जिसके बाद जदयू में नाराजगी देखी गयी। बाद में रघुवंश प्रसाद ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से कोई समाधान निकालने और बिहार में भाजपा विरोधी गठजोड़ को शक्ल देने के लिए अपील की थी। दोनों दलों के नेता यहां कांग्रेस नेतृत्व से भी मुलाकात कर सकते हैं लेकिन समय अभी तय नहीं हुआ है।

राजद और जदयू के बीच सीट बंटवारे को लेकर चल रही बातचीत के तहत दोनों दल 100-100 सीटों पर किस्मत आजमा सकते हैं, वहीं 43 सीटें कांग्रेस, माकपा, भाकपा और राकांपा के लिए छोड़ी जा सकती हैं। बिहार विधानसभा में 243 सीटें हैं।