नीतीश कुमार के बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में 20 नवंबर को शपथ लेने की पूरी संभावना है हालांकि अभी इस बारे में कोई औपचारिक घोषणा नहीं हुयी है। प्रदेश जदयू प्रमुख बशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा, ‘‘लोग दिवाली मनाने में व्यस्त हैं और उसके बाद छठ पर्व है जो 18 नवंबर को समाप्त होगा। इसलिए नयी सरकार का शपथग्रहण छठ के बाद होने की संभावना है।’’
उन्होंने कहा कि हालांकि इस संबंध में फैसला मुख्यमंत्री को करना है लेकिन तारीख वही रहने की संभावना प्रतीत होती है। नीतीश कुमार की निवर्तमान सरकार के दो वरिष्ठ मंत्रियों ने भी संकेत दिया है कि 20 नवंबर संभावित तारीख है और महागठबंधन के तीनों घटकों के शीर्ष नेतृत्व से बातचीत चल रही है। इस पर अभी फैसला किया जाना है कि विधानसभाध्यक्ष किस पार्टी से होंगे और क्या लालू प्रसाद के पुत्र तेजस्वी को उपमुख्यमंत्री बनाया जाएगा।
कुमार ने आठ नवंबर को संवाददाताओं से कहा था कि मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 29 नवंबर तक है। इसलिए नयी सरकारी के गठन के लिए कोई जल्दबाजी नहीं है। कोई तारीख बताने से इंकार करते हुए उन्होंने सिर्फ यही कहा था कि राज्य में नयी सरकार जल्दी ही शपथ लेगी।
यह पांचवां मौका होगा जब कुमार प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे। वह पहली बार 2000 में मुख्यमंत्री बने थे जब उन्होंने सिर्फ सात दिनों के लिए सरकार का नेतृत्व किया था। दूसरी बार वह 2005 में और तीसरी बार 2010 में मुख्यमंत्री बने। फरवरी 2015 में उन्होंने चौथी बार शपथ ली जब जीतन राम मांझी को उनके पद से हटा दिया गया।