बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बार फिर से कहा है कि बीजेपी को रोकने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर विपक्षी दलों के महागठबंधन की जररुत है। नीतीश कुमार ने इसके लिए कांग्रेस और वामपंथी दलों को पहल करने की अपील की। पटना में नीतीश कुमार ने लोकसंवाद कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से कहा, ‘यूपी में बीजेपी की जीत की मुख्य वजह यहां बिहार जैसे महागठबंधन का अभाव रहा है, यदि आप समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी के वोट को मिला दें तो ये बीजेपी को मिले कुल वोटों से 10 फीसदी ज्यादा हो जाएगा।’ नीतीश कुमार ने कहा कि बीजेपी के उफान को रोकने के लिए बिहार जैसे गठबंधन की जरुरत है। नीतीश कुमार ने कहा कि इस गठबंधन को जमीन पर उतारने के लिए कांग्रेस और वामपंथी दलों को पहल करनी चाहिए।

समाचार एजेंसी पीटीआई से बातचीत में नीतीश ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर महागठबंधन महासफल रहेगा। नीतीश के मुताबिक उन्होंने इस बारे में कुछ वामपंथी दलों से बातचीत की थी, अब नीतीश कुमार चाहते हैं कि वामपंथी नेता 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को सत्ता से बाहर फेंकने के लिए महागठबंधन बनाने पर काम करेंगे। नीतीश ने कहा कि सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते कांग्रेस को सभी बड़े बड़ी विपक्षी पार्टियों को एक करना चाहिए। नीतीश कुमार ने कहा कि हाल के पांच राज्यों के नतीजे को बीजेपी अनावश्यक रुप से बढ़ा चढ़ा कर बयान कर रही है। नीतीश ने कहा, ‘विधानसभा चुनाव का नतीजा मिला जुला था, कांग्रेस पंजाब जीत गई, जबकि गोवा और मणिपुर में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी, इसलिए ऐसा कहना है विधानसभा चुनाव के नतीजे बीजेपी के पक्ष में थे गलत हैं, हां बीजेपी जोड़-तोड़ कर गोवा मणिपुर में सरकार बना ली।’

इधर कुछ दिनों से राजनीतिक गलियारों में ये कयास लगाया जा रहा था कि नीतीश एक बार फिर से एनडीए में शामिल हो सकते हैं। बिहार में आरजेडी के साथ उनके तनावपूर्ण रिश्तों की खबरें आती रहती है। जेडीयू नेता आरजेडी समेत यूपीए के घटक दलों से नीतीश कुमार को 2019 में पीएम कैंडिडेट घोषित करने की मांग कर रहे हैं, नहीं तो जेडीयू के नेता दूसरा रास्ता देखने की बात भी कह रहे हैं। हाल में बिहार दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में आरजेडी नेता और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को निमंत्रण नहीं मिला था इस पर पार्टी के नेताओं ने नाराजगी जताई थी। लेकिन सोमवार को नीतीश कुमार ने महागठबंधन की पैरवी कर इन सारे कयासों पर फिलहाल ब्रेक लगा दिया है। सीएम नीतीश कुमार ने ईवीएम मुद्दे पर कहा कि चुनाव आयोग को इस समस्या का पुख्ता समाधान करना चाहिए।