नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार पद से हट गए हैं। उनकी जगह सुमन के बेरी को नीति आयोग का नया उपाध्यक्ष बनाया गया है। एक आधिकारिक बयान में शुक्रवार को यह बताया गया, ‘मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने राजीव कुमार के इस्तीफे को मंजूरी दे दी है।’ उन्हें 30 अप्रैल 2022 की तारीख से कार्यमुक्त किया जाएगा।

फिलहाल उनके पद से हटने के कारणों का पता नहीं चल पाया है। बयान में आगे कहा गया, ‘डॉ. सुमन के बेरी को राजीव कुमार की जगह एक मई 2022 से अगले आदेश तक नीति आयोग का उपाध्यक्ष नियुक्त करने को मंजूरी दी गई।’ बेरी के लिंक्डइन प्रोफाइल के अनुसार, वे ब्रुसेल्स में एक आर्थिक नीति अनुसंधान संस्थान ब्रूगल के एक अनिवासी फेलो हैं।

कुमार को बदलने का कदम अचानक उठाया गया है। उपाध्यक्ष का कार्यकाल परंपरागत रूप से सरकार के कार्यकाल के साथ समाप्त होता रहा है। प्रधान मंत्री सरकारी थिंक टैंक के अध्यक्ष के रूप में कार्य करते हैं, जो तत्कालीन योजना आयोग के बंद होने के बाद आकार में आया था।

बेरी को तत्काल प्रभाव से 30 अप्रैल 2022 तक नीति आयोग का सदस्य बनाया गया है। जाने-माने अर्थशास्त्री राजीव कुमार ने अगस्त 2017 में नीति आयोग के उपाध्यक्ष का पदभार संभाला था। तत्कालीन उपाध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया के आयोग से हटने के बाद कुमार को यह जिम्मेदारी सौंपी गई थी। कुमार ने आक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र में डाक्टरेट और लखनऊ विश्वविद्यालय से पीएचडी की उपाधि हासिल की थी। वह सेंटर फार पालिसी रिसर्च में वरिष्ठ ‘फेलो’ भी रह चुके हैं। इसके अलावा वे निजी क्षेत्र में भी काम किए हैं। उद्योग लॉबी समूह सीआईआई और फिक्की के महासचिव के साथ मुख्य अर्थशास्त्री के रूप में भी उन्होंने काम किया है।

दूसरी तरफ सुमन बेरी एक प्रसिद्ध अर्थशास्त्री हैं और उन्होंने आर्थिक थिंक टैंक नेशनल काउंसिल ऑफ एप्लाइड इकोनॉमिक रिसर्च (एनसीएईआर) के महानिदेशक के रूप में कार्य कर चुके हैं। वह प्रधान मंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद, सांख्यिकीय आयोग और भारतीय रिजर्व बैंक की तकनीकी समिति के सदस्य भी रहे हैं। उन्होंने देश के आर्थिक सुधारों के दौरान विश्व बैंक के लिए भी काम किया है; उन्होंने भारतीय रिजर्व बैंक के विशेष सलाहकार के रूप में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं।