बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने पूर्व रेल मंत्री ललित नारायण मिश्रा की हत्या को लेकर कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने इसे भ्रष्टाचार को छिपाने की साजिश करार दिया। भाजपा नेता ने दिसंबर, 1974 में संसद में लाए गए विशेषाधिकार प्रस्ताव के दस्तावेज सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर कर कांग्रेस पर ललित मिश्रा की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया। यह आरोप 50 साल पुराने इस रहस्यमयी कांड को फिर से सुर्खियों में ला रहा है।

निशिकांत दुबे ने सोमवार को एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, ‘क्या कांग्रेस पार्टी ने अपनी कमीशन खोरी छुपाने के लिए तत्कालीन रेल मंत्री ललित नारायण मिश्रा की हत्या करवाई?’ उन्होंने आगे लिखा, “भारत सरकार ने 1972-73 में एक फ़र्ज़ी आयात निर्यात लाइसेंस जारी किया। उस दौरान ललित नारायण मिश्र विदेश व्यापार मंत्री थे, पैसे का लेन-देन शुरू हुआ । उस वक़्त 1 लाख 20 हज़ार महीना? संसद में हंगामा हुआ 1973 में जांच शुरू हुई,ललित बाबू का मंत्रालय बदलकर रेल मंत्री बनाया गया।”

दुबे का पोस्ट में कांग्रेस पर आरोप

भाजपा नेता ने लिखा, “1974 के सितंबर में CBI ने चार्जशीट दायर की,आरोप यानि फ़र्ज़ी कम्पनी बनाकर लेन देन सिद्ध हुआ। 9 दिसंबर 1974 को हमारे नेता अटल बिहारी वाजपेयी ने ललित नारायण मिश्र की धज्जियां उड़ाई और पैसे के लेनदेन के सबूत दिए, CBI चार्जशीट के आधार पर विशेषाधिकार लाया गया। 3 जनवरी 1975 को क्या इसी भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए ललित बाबू बम विस्फोट से उड़ा दिए गए? घोर कलयुग।”

पढ़ें- कांग्रेस सरकार के जातीय सर्वे को लेकर मोदी सरकार के मंत्री ने जताई चिंता

ललित नारायण मिश्रा की हत्या

ललित नारायण मिश्रा कांग्रेस के कद्दावर नेता थे जो इंदिरा गांधी के करीबी माने जाते थे। वह 1973 से 1975 तक रेल मंत्री रहे। जनवरी 1975 में बिहार के समस्तीपुर में रेलवे स्टेशन उद्घाटन के दौरान बम विस्फोट में उनकी मौत हो गई। आधिकारिक जांच में आनंद मार्ग के सदस्यों को दोषी ठहराया गया और 2014 में इस मामले में 4 लोगों को उम्रकैद की सजा हुई। हालांकि, ललित मिश्रा का परिवार इसे राजनीतिक साजिश मानता है। मई 2025 में भाजपा नेता अश्विनी चौबे ने भी इस हत्या की दोबारा जांच की मांग की करते हुए कहा था कि इसमें तत्कालीन कांग्रेस सरकार के कुछ लोगों का हाथ था। सुप्रीम कोर्ट में ललित मिश्रा के पोते ऋषि मिश्रा ने नई जांच की याचिका दायर की है जिसमें सीबीआई को जवाब देना है।

यह पहली बार नहीं है जब निशिकांत दुबे ने कांग्रेस और गांधी परिवार पर संगीन आरोप लगाए हैं। दिसंबर 2024 में उन्होंने राहुल गांधी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव दिया और कहा था कि कांग्रेस भाजपा सांसदों की हत्या करवा सकती है।

पढ़ें- कांग्रेस नेता को जान से मारने की धमकी