हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में यूपी, महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में बीजेपी को अच्छा खासा नुकसान उठाना पड़ा है। इस दौरान यूपी में जहां बीजेपी की सीटें लगभग आधी हो गई हैं तो वहीं महाराष्ट्र में भी यही हाल रहा है। इसके अलावा भी देश के कई ऐसे राज्य हैं जहां बीजेपी को नुकसान देखने को मिला। केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ का भी यही हाल है। जहां बीजेपी को हार मिली है। और यहां से कांग्रेस के मनीष तिवारी ने यहां से जीत दर्ज की है।
देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने चडीगढ़ की हार को लेकर अपनी बात कही है। उन्होंने कहा कि यह सीट हारने वाली नहीं थी फिर भी हम कैसे हार गए। यह सीट तो भाजपा की ही थी। चडीगढ़ प्रदेश इकाई की बैठक के दौरान सीतारमण ने कहा कि यह सीट हम लोगों को नहीं खोनी चाहिए थी।
सीतारमण बीते रविवार को चडीगढ़ के प्रदेश स्थित कार्यालय पर थीं। इसी दौरान उन्होंने कहा ‘यहां पर पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ-साथ मीडिया के साथी भी मौजूद है लेकिन मैं बात कहने में संकोच नहीं करूंगी, अगर किसी को इस बात से बुरा लगता है तो लगे। क्योंकि चडीगढ़ सीट हारने वाली नहीं थी।’
इस दौरान सीतारमण ने कहा कि उन्होंने चडीगढ़ चुनाव को लेकर फीडबैक भी लिया था। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने जमकर मेहमत भी की लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी। उन्होंने कहा कि आने वाले चुनाव में आप लोगों को और भी मेहनत करके फिर से चडीगढ़ सीट पर कब्जा जमाना है। उन्होंने कार्यकर्ताओं को आश्वस्त किया कि वो हर समय मौजूद रहेगी। जब उनकी जरूरत हो।
आपकी जानकारी के लिए बता दें साल 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में चडीगढ़ लोकसभा सीट पर भाजपा को जीत मिली थी। यहां से सांसद के रूप में चुनकर फिल्म अभिनेत्री किरण खेर दो बार संसद पहुंची थीं। खेर ने 2024 का चुनाव अपने स्वास्थ्य कारणों से लड़ने से मना कर दिया था। जिसके बाद बीजेपी ने संजय टंडन को अपना प्रत्याशी बनाया था। लेकिन टंडन कांग्रेस के दिग्गज नेता मनीष तिवारी के हाथों 2504 वोटों से चुनाव हार गए थे।