Pahalgam Terror Attack Update News: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले में कई लोगों की मौत हो गई थी। अब इसकी जांच केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी एनआईए को सौंप दी है। गृह मंत्रालय (MHA) ने इस संबंध में आधिकारिक नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। एनआईए स्थानीय पुलिस से पहलगाम हमले से जुड़ी केस डायरी और एफआईआर भी हासिल करेगी।

एनआईए की टीम पहले पहलगाम में उस जगह पहुंची, जहां आतंकी हमला हुआ था और घटनास्थल का निरीक्षण किया। 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले में आतंकियों ने मिनी-स्विट्जरलैंड के नाम से फेमस पहलगाम के खूबसूरत शहर में टूरिस्टों को निशाना बनाया। हमलावरों ने कथित तौर पर पहले पीड़ितों की धार्मिक पहचान के बारे में पूछा और फिर गोली मारी दी। इसमें 26 लोगों की जान चली गई।

भारत ने उठाए सख्त कदम

पहलगाम आतंकी हमले के कारण भारत और पाकिस्तान के बीच कूटनीतिक मतभेद भी पैदा हो गए हैं। भारत सरकार ने कूटनीति से पाकिस्तान पर शिकंजा कसा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सीसीएस की मीटिंग में कई कड़े फैसले लिए हैं। इसमें सिंधु जल संधि को स्थगित करना भी शामिल है। इस कदम से पाकिस्तान बौखला गया है और वह भारत को गीदड़भभकी दे रहा है।

पाकिस्तान को हर हाल में चुकानी होगी पहलगाम की कीमत

सिंधु जल संधि को स्थगित रखने के अलावा केंद्र की मोदी सरकार ने 27 अप्रैल से तत्काल प्रभाव से राजनयिक और आधिकारिक वीजा को छोड़कर पाकिस्तानी नागरिकों को जारी किए गए सभी तरह के वीजा रद्द कर दिए हैं। सरकार के इस फैसले को पाकिस्तानी नागरिकों पर प्रतिबंधों को और कड़ा करने के रूप में देखा जा रहा है और इसका दोनों देशों के लोगों के बीच संबंधों पर बड़ा प्रभाव पड़ने की संभावना है।

आतंकियों के घर किए ध्वस्त

पहलगाम आतंकी हमले के बाद कश्मीर में सुरक्षा बलों ने आतंकियों और उनके समर्थकों के खिलाफ बड़े पैमाने पर कार्रवाई शुरू कर दी है। पिछले 48 घंटों में कई आतंकवादियों या उनके सहयोगियों के घरों को ध्वस्त कर दिया गया है। अधिकारियों ने कहा कि आतंकी गतिविधियों में शामिल अन्य लोगों के खिलाफ भी इसी तरह की कार्रवाई की जाएगी।