पहलगाम में हुए जानलेवा आतंकी हमले के आठ महीने बीत चुके हैं। इस हमले में 25 टूरिस्ट और एक स्थानीय व्यक्ति मारा गया था। मामले की जांच नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) कर रही थी। NIA ने मंगलवार को स्पेशल NIA कोर्ट में सात आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की। इनमें पाकिस्तान स्थित बैन आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) और द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) भी शामिल हैं।
NIA ने क्या कहा?
NIA ने एक बयान में कहा कि चार्जशीट में पाकिस्तान की साजिश, आरोपियों की भूमिका और सबूतों का ब्योरा दिया गया है। यह चार्जशीट LeT और TRF के खिलाफ एक कानूनी इकाई के तौर पर आतंकी हमले की योजना बनाने, मदद करने और उसे अंजाम देने में उनकी भूमिका के लिए दायर की गई है।
1,597 पन्नों की चार्जशीट में नामजद अन्य आरोपियों में पाकिस्तानी हैंडलर साजिद जट्ट के अलावा पड़ोसी देश के तीन मारे गए आतंकवादी (फैसल जट्ट उर्फ सुलेमान शाह, हबीब ताहिर उर्फ जिब्रान और हमजा अफगानी) शामिल हैं। इन तीनों को इस साल जुलाई में श्रीनगर के बाहरी इलाके में दाचीगाम के जंगलों में ‘ऑपरेशन महादेव’ के दौरान सुरक्षा बलों ने मार गिराया था।
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इन पांच आरोपियों पर LeT/TRF के साथ भारतीय न्याय संहिता (BNS), शस्त्र अधिनियम, 1959 और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, 1967 के तहत आरोप लगाए गए हैं। भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ने के लिए दंडात्मक प्रावधानों का इस्तेमाल करते हुए NIA ने दो स्थानीय लोगों (परवेज अहमद और बशीर अहमद) के खिलाफ भी चार्जशीट दायर की है। इन दो को इस साल 22 जून को पहलगाम हमले में शामिल आतंकवादियों को पनाह देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
पहलगाम हमले के बाद हुआ था ऑपरेशन सिंदूर
22 अप्रैल 2025 को पाकिस्तानी आतंकवादियों ने टूरिस्टों को निशाना बनाते हुए सबसे घातक हमलों में से एक में देश के अलग-अलग हिस्सों से आए 25 टूरिस्टों को मार डाला था। फायरिंग में एक स्थानीय टट्टू संचालक भी मारा गया था। इस हमले के बाद ऑपरेशन सिंदूर शुरू हुआ, जिसमें भारत ने 7 मई को पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में 9 आतंकी कैंपों को निशाना बनाया। जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान ने भारत की तरफ के नागरिक इलाकों को निशाना बनाया। उसके बाद पाकिस्तान के अनुरोध पर दोनों देशों के बीच सीजफायर हुआ था।
