मुकेश अंबानी के घर के बाहर बम मिलने के मामले में NIA ने मुंबई कॉप सचिन वाजे को गिरफ्तार कर लिया है। शनिवार को वाजे ने सोशल मीडिया पर पोस्ट में कहा, साथी पुलिस अफसर उसे झूठे मामले में फंसा रहे हैं। उसने लिखा, यह समय दुनिया को गुडबाय कहने का समय नजदीक आ रहा है। वाजे को अरेस्ट करने से पहले एजेंसी ने उससे लगभग 12 घंटे तक पूछताछ की।
वाजे ने शनिवार सुबह 10 बजे NIA दफ्तर में जाने से पहले अपनी पोस्ट में लिखा, 3 मार्च 2004 को CID के साथी ऑफिसरों ने उसे झूठे मामले में गिरफ्तार किया था। उस मामले में अभी तक विवेचना पूरी नहीं हो सकी है। उन्होंने अंदेशा जताया कि इतिहास फिर से खुद को दोहरा सकता है। उनके साथी अफसर उन्हें फंसाने की कोशिश में हैं। वाजे के मुताबिक पहले की तुलना में सीन में थोड़ा सा बदलाव है। 2004 में उनके पास 17 साल की उम्मीद, धैर्य और नौकरी थी, लेकिन अब उनके पास न तो 17 साल की जिंदगी है और न ही सर्विस। उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा, अब उनमें जीने के लिए धैर्य भी नहीं बाकी बचा है।
NIA ने वाजे के खिलाफ आपराधिक षडयंत्र के लिए 120 (बी), विस्फोटक मामले में लापरवाही बरतने के लिए 286, जालसाजी के लिए 465, जाली सील के इस्तेमाल के लिए 473 और धमकी देने के लिए 506(2) के तहत केस दर्ज किया है। वाजे ने NIA दफ्तर में जाने से पहले सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट डाली। इससे पहले शुक्रवार को वाजे को मुंबई पुलिस की क्राइम इंटेलीजेंस यूनिट (CIU) से स्पेशल ब्रांच ले जाया गया। पुलिस उससे एंटीलिया के बाहर मिले बम के साथ मनसुख हीरेन के मामले में पूछताछ कर रही है। ध्यान रहे कि 25 फरवरी को एंटीलिया के बाहर जिस गाड़ी में जिलेटिन की छड़ें मिली थीं, उस SUV कार का संबंध मनसुख हीरेन से निकला है।
शनिवार को तकरीबन 11 बजे वाजे NIA दफ्तर में पहुंचा था। एजेंसी ने मुंबई पुलिस के एसीपी नितिन और श्रीपथ काले को भी तलब किया था। एंटीलिया के बाहर मिले बम के मामले की जांच नितिन ने की है जबकि मनसुख हीरेन की मौत की विवेचना काले के पास थी। ध्यान रहे कि कार की इंटीरियर का काम करने वाले मनसुख का शव 5 मार्च को कलवा खाड़ी से मिला था। बीजेपी नेता और महाराष्ट्र के सीएम रहे देवेंद्र फडनवीस ने वाजे को मनसुख की मौत का जिम्मेदार माना था। इसके लिए उन्होंने असेंबली में शिवसेना सरकार पर जोरदार हमला भी किया था।
फडनवीस ने असेंबली में वाजे की पत्नी विमला का वह बयान भी पढ़कर सुनाया था, जिसमें उसने वाजे को अपने पति की मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया था। मनसुख मामले की जांच ATS कर रही है। एजेंसी ने 8 मार्च को वाजे से तकरीबन 8 घंटे तक पूछताछ की थी। वाजे ने इस दौरान SUV कार के इस्तेमाल से साफ तौर पर इनकार किया था। शुक्रवार को उसने थाने की सेशन कोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए अपील भी दायर की थी। इस पर 19 मार्च को सुनवाई होगी। मनसुख की मौत के मामले में ATS ने 17 लोगों के बयान दर्ज किए हैं। इनमें उसकी पत्नी और बेटा भी शामिल है। एजेंसी ने उस जगह पर क्राइम सीन को री-क्रिएट किया, जहां से मनसुख का शव बरामद किया गया था।