पंजाब के कई शहरों और कस्बों में रविवार को सुबह लोगों को अखबार देर से मिला। जानकारी के अनुसार शनिवार-रविवार की दरमियानी रात पुलिस ने अभियान चलाकर अखबार लेकर जा रहे सभी वाहनों को अलग-अलग जगहों पर रोककर उनकी जांच की। यह जांच रात 10 बजे शुरू हुई जो सुबह तक चलती रही। इसके कारण ज्यादातर शहरों-कस्बों और गांवों में सुबह समय पर अखबार नहीं मिला।
हालांकि, पंजाब पुलिस ने स्पष्ट किया कि उसने विशिष्ट खुफिया सूचनाओं के बाद विभिन्न वस्तुओं को ले जा रहे वाहनों की जांच की, लेकिन विपक्षी दलों ने आप सरकार पर निशाना साधा। विपक्ष के नेता और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रताप सिंह बाजवा ने एक्स पर एक पोस्ट में आरोप लगाया कि पंजाब भर में समाचार पत्र वितरण पर रोक लगाना प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला है। उन्होंने पोस्ट में कहा कि जिस मीडिया ने ‘आप’ की पंजाब इकाई को बनाया, वह अब उसी के द्वारा सताया जा रहा है, ठीक वैसे ही जैसे प्रधानमंत्री मोदी उन आवाजों को निशाना बनाते हैं जो उन पर सवाल उठाती हैं।
शीशमहल 2 की खबर से घबराकर आप सरकार ने मीडिया पर हमला किया – भाजपा
पंजाब भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष अश्विनी शर्मा ने इसे पंजाब में मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा अघोषित आपातकाल करार दिया और दावा किया कि शीशमहल 2 की खबर से घबराकर आप सरकार ने मीडिया पर हमला किया। शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने दावा किया कि सरकार ने समाचार पत्र ले जाने वाले वाहनों को इसलिए निशाना बनाया क्योंकि वे नहीं चाहते कि कोई उनके खिलाफ लिखे। बादल ने कहा कि पंजाब के लोग इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे… हम प्रेस की आजादी के साथ खड़े हैं।
पंजाब पुलिस के एक बयान में पुलिस प्रवक्ता के हवाले से कहा गया है कि राजपत्रित अधिकारियों की निगरानी में चुनिंदा जगहों पर वाहनों की जांच सुव्यवस्थित और व्यवस्थित तरीके से की गई, जिससे जनता को कोई असुविधा न हो। प्रवक्ता ने कहा कि पंजाब, एक संवेदनशील सीमावर्ती राज्य है, जिसमें अंतरराष्ट्रीय सीमा पार से अवैध ड्रोनों के जरिए प्रतिबंधित सामान, हथियार और विस्फोटकों की तस्करी और विभिन्न प्रकार के वाहनों का इस्तेमाल करके उन्हें आगे पहुंचाया जाता है। चंडीगढ़ प्रेस क्लब ने भी कहा कि वह पंजाब के विभिन्न जिलों में समाचार पत्रों से लदे वाहनों को रोकने की पुलिस कार्रवाई की कड़ी निंदा करता है।
