न्यूज 24 पर डिबेट के दौरान एंकर ने जब बीजेपी प्रवक्ता से पूछा कि किसान आंदोलन शुरू होने के बाद हरियाणा और पंजाब में ही तो चुनाव हुए हैं? इस पर बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि आप राजस्थान कैसे भूल गए। अपनी रिसर्च टीम को कहिए पता करें कि राजस्थान का चुनाव कब हुआ था। पंजाब में हमारे प्रदेश अध्यक्ष की गाड़ी कांग्रेस के लोगों ने तोड़ी। ये लोग किसानों का झंडा हाथ में थामे हुए थे। किसानों के कंधे पर बंदूक रखकर कांग्रेस अपना खेल कर रही है। जो पंजाब में किया वो बंगाल में करने जा रही है। टिकैत अपनी भाषा नहीं बोल रहे हैं। टिकैत तो वे हैं जो ये कह रहे थे कि तीनों कानून बहुत अच्छे हैं । बरसों से बची हुई हमारी मांग पूरी कर दी गई है। टिकैत ने ये बात मीडिया में बयान जारी कर कही थी। टिकैत ने कहा था कि बहुत अच्छे बिल हैं ये तो हमारी सदियों पुरानी मांग थी।

एंकर ने कहा कि आप कहना चाहते हैं कि टिकैत कांग्रेस के इशारों पर बंगाल जा रहे हैं? इस पर प्रवक्ता ने कहा कि टिकैत कांग्रेस के लोगों को मंच पर बुलाते हैं। उनको बुलाकर भाषण कराते हैं। टिकैत कांग्रेस के लिए भीड़ इकट्ठी करते हैं। बता दें कि भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने गुरुवार को कहा कि अगर केंद्र नए कृषि कानूनों को वापिस नहीं लेता है तो प्रदर्शनकारी किसान आंदोलन को पश्चिम बंगाल तक ले जाएंगे।

हिसार में एक महापंचायत को संबोधित करते हुए टिकैत ने कहा, “फसलों की कीमतें नहीं बढ़ी हैं, लेकिन ईंधन की कीमतें बढ़ गई हैं। अगर स्थिति खराब हो जाती है, तो हम अपने ट्रैक्टरों को पश्चिम बंगाल ले जाएंगे। वहां भी किसानों को MSP नहीं मिल रही है।”


टिकैत ने कहा,”केंद्र किसी भी गलतफहमी में न रहे कि किसान फसल की कटाई के लिए वापस जाएंगे। अगर सरकार ने आंदोलन को खत्म कम करने के लिए जोर आजमाया तो हम अपनी फसलों को जला देंगे। सरकार को यह नहीं सोचना चाहिए कि विरोध दो महीने में खत्म हो जाएगा। ”

बता दें कि पश्चिम बंगाल की 294 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव इस साल अप्रैल-मई में होने हैं। कल देश के विभिन्न हिस्सों में किसान यूनियनों ने दोपहर 12 बजे से 4 बजे के बीच ‘रेल रोको’ आंदोलन किया। ट्रैक्टर रैली और ‘चक्का जाम’ के बाद, तीन कानूनों के खिलाफ किसानों द्वारा ‘रेल रोको’ का आह्वान किया गया था।