न्यूज 18 इंडिया पर डिबेट के दौरान बीजेपी के शहनवाज हुसैन ने कहा कि कांग्रेस के लिए फूड प्रोसेसिंग का मतलब है कि आलू डालो और सोना निकलेगा। कांग्रेस प्रवक्ता से उन्होंने पूछा दुबे जी आपको फूड प्रोसेसिंग पता है क्या? फूड प्रोसेसिंग पार्क अमेठी में बनना था। कांग्रेस ने उसको अमेठी में पूरा नहीं होने दिया। फूड प्रोसेसिंग में बड़ी लागत लगती है। वो किसी कांग्रेस के नेता की नहीं होती है। उद्योग के लोग उसमें सहयोग करते हैं। इस पर कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि आज स्थिति ये है कि विदेश से मोदी सरकार आलू आयात कर रही है।

बता दें कि किसान नेताओं ने आज कहा कि जब तक केंद्र सरकार कृषि कानून वापिस नहीं लेती वे अपना ये आंदोलन खत्म करने वाले नहीं हैं। गौरतलब है कि कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमा पर डटे किसानों को प्रदर्शन करते महीने भर से ज्यादा वक्त हो गया है। आज सरकार से बातचीत के बाद किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि कानून वापसी नहीं तो घर वापसी नहीं। किसान नेताओं का कहना है कि वे कानून की वापसी से कम कुछ चाहते ही नहीं हैं।

किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा कि किसान सिर्फ एमएसपी की लीगल गारंटी और कानून की वापसी को लेकर ही बात करेंगे। समस्या का समाधान करने में सरकार का अहंकार आगे आ रहा है। वहीं, कृषि मंत्री तोमर ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि 8 तारीख को किसान और सरकार के बीच बातचीत में समस्या का समाधान हो जाएगा। सरकार चाहती है कि किसानों को कानून के किस हिस्से से परेशानी है वो बताएं। जबकि किसान ये चाहते हैं कि कानून वापिस हो। तोमर ने कहा कि समस्या के समाधान के लिए दोनों पक्षों को प्रयास करने की जरूरत है।

बता दें कि सरकार और किसानों के बीच आज फिर से बात नहीं बन सकी। जहां किसान चाहते हैं कि सरकार तीन कानूनों को वापिस ले तो वहीं सरकार संशोधन से ज्यादा कानून में कुछ करना नहीं चाहती है। इस वजह से गतिरोध खत्म होता नजर नहीं आ रहा है।