न्यूज 18 इंडिया पर डिबेट के दौरान बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया कहने लगे कि कोई किसी को दूसरे पर निजी टिप्पणी करने का अधिकार नहीं देता। चाहूं तो मैं भी कुछ कह सकता हूं लेकिन नहीं कहूंगा। अपने-अपने संस्कारों की बात है। समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने पिता को कुर्सी से हटाया ये सच्चाई है। आज अखिलेश यादव ने कहा कि एक बाबा मुख्यमंत्री है। इससे पहले तो यूपी में एक बबुआ सीएम था। जिनके समय में कहा जाता था कि साढ़े पांच मुख्यमंत्री हैं यूपी में। अखिलेश खुद को आधे सीएम थे। समाजवादी पार्टी के समय में सांप्रदायिक और तुष्टीकरण की राजनीति यूपी में हुआ करती थी।
इसके बाद डिबेट में जवाब देते हुए सपा प्रवक्ता जूही सिंह भड़क गईं और गौरव भाटिया से कहने लगीं कि जितना आरोप लगा रहे हैं उस समय गौरव भाटिया खुद समाजवादी पार्टी में नेता थे और खूब भ्रष्टाचार किया था। गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने दावा किया कि 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी 350 से ज्यादा सीटें जीतकर बहुमत की सरकार बनाएगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट में भूमि खरीद के मामलों में कथित तौर पर घोटाला होने की खबर है जिसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और ट्रस्ट के सभी सदस्यों को इस्तीफा देना चाहिए।
BJP के गौरव भाटिया ने समाजवादी पार्टी पर लगाया तुष्टिकरण का आरोप. SP प्रवक्ता ने क्या दिया जवाब देखिए.#Aar_Paar #ChiragPaswan #Politics @AMISHDEVGAN @juhiesingh @gauravbh pic.twitter.com/wDf3FlhVKd
— News18 India (@News18India) June 15, 2021
सपा प्रमुख ने एक बयान में कहा, ”अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट में भूमि खरीद के मामलों में भारी घोटाला होने की खबर है, करोड़ों की हेराफेरी का मामला बताया जा रहा है, इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। ट्रस्ट के सभी सदस्यों को इस्तीफा देना चाहिए। अयोध्या के धर्मपुर गांव में किसानों की भूमि हवाई अड्डा के लिए अधिग्रहित की जा रही है। किसानों को समुचित दर पर मुआवजा मिलना चाहिए।”
अखिलेश यादव ने बयान में आरोप लगाया, ”समाज में भेदभाव और विपक्ष के प्रति बदले की भावना से कार्रवाई होने से भाजपा सरकार जनता की निगाहों में अपनी साख खो चुकी है और अच्छे दिनों की जनता की उम्मीदें टूट गई हैं।” उन्होंने दावा किया, ”2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा की विदाई और समाजवादी सरकार बनने में गिने-चुने दिन रह गये हैं और 350 से ज्यादा विधायकों की ताकत के साथ समाजवादी पार्टी की सरकार बहुमत में आएगी।”
यादव ने प्रदेश के मतदाताओं को पंचायत चुनावों में समाजवादी पार्टी को जिताने के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि कोरोना संकट और प्रशासनिक दबाव के बावजूद बड़ी तादाद में समाजवादी पार्टी को जीत दिलाकर लोगों ने लोकतंत्र को बचाने का काम किया है।
उन्होंने दावा किया कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में महंगाई ने सारे पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं और 12.94 प्रतिशत के सर्वोच्च स्तर पर बढ़ी महंगाई से घरेलू अर्थव्यवस्था पूरी तरह चौपट है। पेट्रोल-डीजल के दामों में जबरदस्त वृद्धि से खाद्य सामग्री, परिवहन सभी महंगे हो गए हैं।
यादव ने कहा कि मंडियों की व्यवस्था चौपट होने से किसान बदहाल हैं और उन्हें फसल का लाभकारी मूल्य मिल नहीं रहा है और न किसान की आय दुगनी हुई। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि ”सच तो यह है कि भाजपा ने एक भी अपना वादा पूरा नहीं किया, नौजवानों से रोजगार देने के नाम पर छल हुआ, भर्ती के विज्ञापन बहुत छपे परन्तु भर्ती कहीं नहीं हुई और पूर्वांचल एक्सप्रेस चार वर्ष में भी नहीं बना। प्रदेश में एक यूनिट बिजली का उत्पादन नहीं हुआ। उल्टे उसे महंगा कर दिया गया।”