भारतीय मूल के ऋषि सुनक (Rishi Sunak) 28 अक्टूबर को ब्रिटेन के अलगे प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेंगे। सोमवार को कंजरवेटिव पार्टी ने सुनक को अपना नेता चुन लिया है। सुनक के ब्रिटिश पीएम बनने की खबर से भारत में भी जश्न का माहौल है। भारतीय इस क्षण को विभिन्न ऐतिहासिक प्रसंगों से जोड़कर देख रहे हैं।

देश के दिग्गज उद्योगपति आनंद महिंद्रा (Anand Mahindra) ने सुनक के ब्रिटिश सरकार के शीर्ष पद तक पहुंचने पर इतिहास की एक कथित घटना का जिक्र किया है। उन्होंने एक ट्वीट में लिखा है, ‘1947 में भारत की आजादी के वक्त विंस्टन चर्चिल ने कहा था सभी भारतीय नेता स्तरहीन और नैतिक रूप से कमजोर होंगे। आज हमारी आजादी के 75वें साल में हम भारतीय मूल के व्यक्ति को ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के रूप में देखने के लिए तैयार हैं। जिंदगी बहुत खूबसूरत है।’

विंस्टन चर्चिल ने गांधी का किया था अपमान

विंस्टन चर्चिल द्वितीय विश्वयुद्ध (1940-1945) और भारत की आजादी के समय इंग्लैंड के प्रधानमंत्री थे। वह भारत समेत तमाम एशियाई मूल के लोगों को नीच समझते थे। उन पर बंगाल के आकाल (1943) के दौरान लोगों को भूख से मरने के लिए छोड़ देने का आरोप लगा था। बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अनाज निर्यात पर रोक लगाते हुए कहा था, भारत के लिए कोई भी मदद नाकाफ़ी होगी क्योंकि “भारतीय खरगोश की तरह बच्चे पैदा करते हैं।” चर्चित पर गांधी को अधनंगा फकीर कह, उनका अपनाम करने का भी आरोप है।

कौन हैं ऋषि सुनक

ऋषि सुनक के दादा-दादी ब्रिटिश इंडिया के पंजाब प्रांत के निवासी थी। 1935-36 में सुनक का परिवार गुजराँवाला (पंजाब) से अफ़्रीका के नैरोबी चला गया था। अब गुजराँवाला पाकिस्तान का हिस्सा है। ऋषि सुनक के पिता का जन्म केन्या में हुआ था। वहीं उनकी माता तंजानिया की हैं। बाद में यह परिवार ब्रिटेन आया। वहीं साउथम्पैटन में ऋषि सुनक का जन्म  12 मई 1980 को हुआ। सुनक ने भारतीय कंपनी इंफोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति की बेटी अक्षता मूर्ति से की है।