भारत व पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की प्रस्तावित बैठक पर अनिश्चितता और दोनों देशों के बीच जारी तनाव के बीच कराची में रह रहे अंडरवर्ल्ड डान दाऊद इब्राहीम के बारे में भारतीय मीडिया में नए खुलासों पर राजनीतिक दलों ने कोई ज्यादा उत्साह नहीं दिखाया। यह एक तरह से इस बात की स्वीकारोक्ति है कि चाहे जितने सबूत दे दिए जाएं, पाकिस्तान पर इसका कोई असर नहीं पड़ने वाला।

वैसे तो मौजूद हालात में पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सरताज अजीज के अपने भारतीय समकक्ष अजीत डोभाल से बातचीत के लिए नई दिल्ली आने की संभावना कम ही लग रही है पर यह जरूर है कि अगर वे आए बैठक में दाऊद का मसला एक बार फिर प्रमुखता से उठेगा और इस बाबत भारत सरकार सबूतों को उससे साझा करेगी।

हालांकि यह पहली बार नहीं है कि दाऊद के बारे में भारतीय मीडिया में कोई खुलासा हुआ हो। यह आम बात है पर पाकिस्तान पर कभी इसका कोई असर नहीं हुआ। वह हमेशा पाकिस्तान में उसकी मौजूदगी को सिरे से नकारता रहा है।
राजधानी नई दिल्ली से छपने वाले एक अंग्रेजी दैनिक ने शनिवार को दाऊद और उसके परिवार के पाकिस्तान के शहर कराची में होने के बारे में दस्तावेजी सबूत छापे।

इसमें दाऊद का नया पासपोर्ट और उसके नए हुलिए की फोटो भी है जिसमें वह बिना मूंछों के दिख रहा है। हालांकि इस पासपोर्ट में लगे फोटो से यह स्पष्ट है कि उसने किसी तरह की प्लास्टिक सर्जरी कराके अपना हुलिया नहीं बदला है जैसा कि दावा किया जा रहा है। इसके अलावा इस अखबार ने दाऊद की पत्नी महजबीं शेख के नाम से कराची के पॉश इलाके क्लिफ्टन रोड स्थित उसके आवास के पते से जारी टेलीफोन बिल भी छापा है।

इसके अलावा एक निजी समाचार चैनल ‘टाइम्स नाऊ’ ने दाऊद के कराची स्थित आवास का टेलीफोन नंबर हासिल कर वहां फोन किया। इस चैनल के संवाददाता ने दाऊद की पत्नी से बात की जिसने स्वीकार किया कि यह दाऊद का घर है और वह उसकी पत्नी महजबीं है। दाऊद से बात कराने के लिए कहने पर उसने बताया, ‘वो सो रहे हैं।’

दाउद की पाकिस्तान में मौजूदगी को साबित करने वाली इन रिपोर्टों को अकाट्य प्रमाण बताते हुए भाजपा ने कहा है कि पाकिस्तान को उसे भारत को सौंप देना चाहिए। लेकिन कांग्रेस ने इस रिपोर्ट को ज्यादा तवज्जो नहीं देते हुए कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों ने भी पाकिस्तान के साथ इसी प्रकार के सबूत साझा किए हैं और यह रिपोर्ट जमीनी स्तर पर तथ्यों में कोई बदलाव नहीं करती है।

केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि ऐसे लोग अपने ठिकाने बदलते रहते हैं, मगर वह स्थायी रूप से पाकिस्तान में ही रहता है। केंद्रीय मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता एम वेंकैया नायडू ने कहा कि पाकिस्तान ने हमेशा इस बात को नकारा है कि दाउद इब्राहिम वहां रह रहा है। हमने अब दुनिया के सामने सबूत रख दिया है। पाकिस्तान को यह समझना चाहिए और उसे तत्काल भारत को सौंप देना चाहिए। भाजपा के सचिव सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि यह रिपोर्ट दाऊद के पाकिस्तान में मौजूद होने का एक अकाट्य प्रमाण है और अब वह अधिक समय तक इससे इनकार नहीं कर सकता।

हालांकि कांग्रेस और यहां तक कि भाजपा के सहयोगी दल शिवसेना ने भी इस रिपोर्ट को खास अहमियत नहीं दी और कहा कि इसमें कुछ भी नया नहीं है। कांग्रेस के नेता एवं पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा कि हम हर बार सबूत साझा करते हैं। इससे क्या फर्क पड़ता है? मुझे लगता है कि अब समय आ गया है कि भारत खुद को तैयार कर ले।

कांग्रेस के एक अन्य नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने कहा कि मुंबई बम विस्फोट के आरोपी के पाकिस्तान भागने के बाद से हर सरकार ने वहां उसकी मौजूदगी को लेकर कई डोजियर दिए हैं। भारत की खुफिया फाइलों में दाऊद इब्राहिम की तस्वीरें भरी पड़ी हैं। यह तस्वीर जमीनी स्तर पर तथ्यों में कोई बदलाव नहीं करती।

शिवसेना के संजय राउत ने भी इसी तर्ज पर कहा कि दाऊद की नई फोटो का कोई मतलब नहीं है क्योंकि पाकिस्तान इसे स्वीकार करने वाला नहीं है। उन्होंने इस बात पर हैरानी जताई कि राजग सरकार पाकिस्तान से बात करने की अतीत की गलतियों को क्यों दोहरा रही है। उन्होंने कहा कि उसे दाउद को सजा देने के लिए हर संभव कोशिश करनी चाहिए।