कुछ दिनों पहले सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हुई थी। वायरल तस्वीर में यह दिख रहा था कि एक बच्चा शव के पास खड़ा रो रहा है। बताया गया कि तस्वीर में जो मृतक दिख रहे हैं, वे एक सफाईकर्मी अनिल थे, जिनकी दिल्ली के डाबरी इलाके में सीवर की सफाई करने के दौरान रस्सी टूट जाने की वजह से मौत हो गई थी। वहीं, जो बालक तस्वीर में दिख रहा है, वह उनका बेटा है। तस्वीर वायरल होने के बाद काफी लोगों ने इस पर प्रतिक्रिया दी। एक संगठन ने मृतक के परिवारवालों की सहायता के लिए क्राउड फंडिंग अभियान की शुरूआत की। करीब 60 लाख रुपये इकट्ठा कर लिए। लेकिन अब इस मामले में नया खुलासा हुआ है। दरअसल, वायरल तस्वीर में जो बच्चा दिख रहा है, वह मृतक का बेटा नहीं क्योंकि मृतक ने कभी शादी ही नहीं की थी। वह बिना शादी के एक महिला के साथ रह रहे थे। उस महिला के तीन बच्चे हैं। यह बच्चा उन्हीं में से एक है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, क्राउड फंडिंग करने वाले दिल्ली स्थित एनजीओ उदय फाउंडेशन और वेबसाइट केट्टो ने एक बयान में कहा, “हमें पता चला कि तस्वीर में दिख रहा बच्चा अनिल का अपना बेटा नहीं था। स्थानीय लोगों ने बताया कि रानी नाम की एक महिला के साथ अनिल रह रहे थे। अनिल उस महिला और बच्चों की पिछले तीन सालों से देखरेख कर रहे थे। रानी और उनके बच्चे आर्थिक और भावनात्मक रूप से अनिल के उपर ही आश्रित थे। लेकिन इस नई जानकारी की वजह से उनके अभियान पर किसी तरह का फर्क नहीं पड़ा है।”

आयोजकों ने कहा, “यह अभियान उस परिवार के दुख की घड़ी में उनके साथ है। हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि बच्चों को अच्छी शिक्षा मिले। परिवार को किसी तरह की परेशानी न हो। हमारे इस अभियान में 3000 से अधिक लोगों ने इस परिवार के लिए दान किया है। इस पैसे को बच्चे और उसके भाई बहनों के नाम पर बैंक खाते में जमा करवा दिया जाएगा। 18 वर्ष की उम्र के बाद वे इसे प्राप्त कर सकेंगे। तब तक इन पैसों के ब्याज से उनके घर का खर्च चलेगा। सुप्रीम कोर्ट ने भी अपनी हालिया फैसले में कहा है कि दो व्यस्क बिना शादी के एक साथ रह सकते हैं।”