सोनिया गांधी की कांग्रेस अध्यक्ष के तौर पर नियुक्ति के बाद पार्टी के नए पोस्टर, बैनर और होर्डिंग्स में केवल उन्हीं की तस्वीर रखी गई है। इनमें से किसी में भी पूर्व कांग्रेस चीफ और उनके बेटे राहुल का फोटो नहीं है। बुधवार (14 अगस्त, 2019) को नई दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय पर बाहर पार्टी के बैनर-पोस्टर लगाए गए, तो उनमें सिर्फ सोनिया की तस्वीर ही नजर आई।
वहीं, ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) मुख्यालय के भीतर पुरानी नेम प्लेट्स लौट आई हैं। राहुल के बजाय अब सोनिया गांधी के नाम वाली नेम प्लेट्स लगा दी गई हैं और उनके नाम के नीचे (पद वाले स्थान पर) अध्यक्ष लिखा हुआ है।
सोनिया के कमरे के बाहर वही पुरानी नेम प्लेट्स नजर आईं। साफ-सफाई के अलावा इनमें कोई बदलाव नहीं नजर आय़ा। ग्रे और काली रंग की ये नेम प्लेट्स (क्रमशः अंग्रेजी और हिंदी) लगभग 20 साल से वहां लटक रही हैं। ये नेम प्लेट्स दिसंबर 2017 में उतरी थीं, जब राहुल ने आधिकारिक तौर पर पार्टी चीफ बने थे।
बता दें कि आम चुनाव में बीजेपी-नरेंद्र मोदी से करारी हार के बाद राहुल ने पार्टी पद से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि, पार्टी के सभी नेताओं ने उन्हें मनाने की लाख कोशिशें कीं, पर वह नहीं माने। सोनिया, कांग्रेस के केंद्र बिंदु में बीते दो साल से अपने स्वास्थ्य के चलते धुंधली नजर आ रहीं थीं।
2017 में वाराणसी में एक रोडशो के दौरान उनकी तबीयत खराब हो गई थी, जिसके बाद उन्होंने उत्तर प्रदेश विस चुनाव के लिए प्रचार अभियान का प्रस्तावित शेड्यूल रद्द कर दिया था। यही नहीं, इस साल लोकसभा चुनाव में भी उन्होंने पार्टी के लिए कुछ खास प्रचार नहीं किया।
हालांकि, यूपीए अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी वह संभालती रहीं और पार्टी के नीतिगत और अहम फैसलों का हिस्सा भी बनती रहीं। राहुल के पार्टी अध्यक्ष पद छोड़ने के बाद नए चीफ को खोजने की जद्दोजहद के दौरान कई शीर्ष नेताओं ने सोनिया के अंतरिम अध्यक्ष बनने की बात कही थी, जबकि जब फैसले की बारी आई, तो उन्हें ही पार्टी चीफ नियुक्त किया गया।