दिल्ली की Jawaharlal Nehru University (JNU) में हॉस्टल फीस और बिजली शुल्क लगाने का मामला गरमा गया है। सोमवार (28 अक्टूबर, 2019) को इस मुद्दे पर जेएनयू छात्र बुरी तरह भड़क उठे और उन्होंने इसी के विरोध में प्रदर्शन किया। छात्र-छात्राओं ने Inter Hostel Administration (IHA) मीटिंग वेन्यू के बाहर प्रदर्शन किया और उस दौरान एक बीमार शिक्षक को ले जा रही एंबुलेंस भी रोक दी थी।
समाचार एजेंसी ANI ने वि.वि. के डीन एम.जगदीश कुमार के हवाले से बताया कि प्रोफेसर उमेश कदम की तबीयत अचानक खराब हो गई थी। उन्हें अस्पताल ले जाने वाली एंबुलेंस का उसी दौरान विरोध कर रहे छात्र-छात्राओं ने रास्ता बाधित किया था। देखें, वीडियोः
#WATCH Students protested outside Inter Hostel Administration (IHA) meeting venue inside JNU over issues including hostel fee hike&electricity charges.According to Dean M. Jagadesh Kumar, a Professor Umesh Kadam fell ill due to protests&students blocked ambulance carrying Kadam https://t.co/g97wQTpNn1 pic.twitter.com/Y88kxq5bK3
— ANI (@ANI) October 28, 2019
प्रो.कदम ने एंजेसी को बताया- जेनएयू छात्र संघ अध्यक्ष आइशी घोष, उपाध्यक्ष साकेत मून, महासचिव मोहम्मद दानिश और एक अन्य छात्र इस पूरे हंगामे में सीधे तौर पर शामिल थे। ये चार और पूर्व JNUSU उपाध्यक्ष सारिका चौधरी, पूर्व JNUSU महासचिव ऐजाज अहमद ने ऐसा करने के लिए बाकी सभी छात्रों को उकसाया था।
कदम के मुताबिक, “मुझे हाई बीपी की शिकायत रहती है। मैंने गुजारिश की थी कि मेडिकल टीम बुला ली जाए, पर छात्रों ने उन्हें आने नहीं दिया। हमने इसी वजह से किसी तरह बाहर आने की कोशिश की, पर इन छात्रों ने एंबुलेंस का घेराव कर लिया था। डॉक्टरों की सलाह पर मुझे स्पाइनल सेंटर जाना था, पर मुझे जाने ही नहीं दिया गया।”
