Farmers Protest in Delhi Today News: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी शुक्रवार शाम किसान रैली में शामिल हुए। उन्होंने नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा और कहा- देश के सामने किसानों और युवाओं का मुद्दा छाया है। आज किसान अपना हक मांग रहे हैं। वे अंबानी का जहाज नहीं मांग रहे हैं। पीएम बदलना पड़े तो बदलिए, मगर किसानों की आवाज चुप नहीं की जा सकती है।
बकौल कांग्रेस अध्यक्ष- मोदी जी ने वादा किया कि एमएसपी बढ़ाई जाएगी, बोनस दिया जाएगा। लेकिन आज किसानों की स्थिति देख लीजिए। उन्होंने भाषण तो दिए पर वादे पूरे नहीं किए। अगर उद्योगपतियों के लोन माफ किए जा सकते हैं, तो किसानों की कर्ज माफी भी होनी चाहिए। मैं देश के किसानों को विश्वास दिलाता हूं कि हम (कांग्रेस) उनके साथ हैं। वे डरा या घबराया हुआ महसूस न करें। आपकी शक्ति ने देश को बनाया है।
वहीं, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, “लोकसभा चुनाव में पांच महीने शेष हैं। मैं मांग करता हूं कि केंद्र सरकार स्वामीनाथन रिपोर्ट को लागू करे। वर्ना 2019 में किसान कयामत ढहा देंगे। पीएम ने किसानों की पीठ में छुरा भोंका है, लिहाजा वे कोई भीख नहीं बल्कि अपनी फसलों के सही दाम मांग रहे हैं।” केजरीवाल आगे बोले कि सारे दिल्लीवाले आज कह रहे हैं कि मोदी जी दिल्ली के लिए हानिकारक हैं। दिल्ली वालों से पूछ के देखिए। वह (पीएम) दिल्ली के हर काम में टांग अड़ाते हैं।
देश भर से दिल्ली आए किसानों के विरोध प्रदर्शन में शुक्रवार को विपक्षी दलों के कई नेता शामिल हुए। दोपहर करीब तीन बजे शरद पवार, फारूख अबदुल्ला, सीताराम येचुरी, डी राजा, शरद यादव, संजय सिंह किसान रैली का हिस्सा बने। उन्होंने इस दौरान कई किसानों से बात की और उनकी समस्याएं सुनीं। शाम को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी किसानों से मिलेंगे।
किसानों की विशाल रैली मार्च करते हुए कनॉट प्लेस के पास जब पहुंची तो भारी भीड़ के कारण पुलिस ने कई सड़कें ब्लॉक कर दी थीं। यही वजह थी कि कुछ जगहों पर जाम लग गया। किसान उसके बाद लियो टॉलस्टॉय मार्ग पहुंचे, जहां से वे संसद मार्ग के लिए बढ़े थे। किसान संगठन के कार्यकर्ता इस दौरान हाथों में बैनर, पोस्टर व तख्तियां लेकर मोदी सरकार के खिलाफ विरोध जताते नजर आए। कुछ किसानों ने तो 'राफेल चोर, गद्दी छोड़' और 'पीएम मोदी मुर्दाबाद' के नारे भी लगाए।
सुबह इस मार्च के कारण जवाहर लाल नेहरू मार्ग (गुरु नानक आई हॉस्पिटल के पास), महाराजा रंजीत सिंह फ्लाईओवर, बाराखंभा चौक और जनपथ के पास जाम लग गया। रामलीला मैदान से संसद तक जाने वाले रूट पर तकरीबन 1000 ट्रैफिक पुलिसकर्मचारियों की तैनाती की गई, ताकि किसी प्रकार की अनहोनी न हो। मार्च के कारण केजी मार्ग, फिरोजशाह रोड, जनपथ, मंदिर मार्ग, पंचकुइयां मार्ग, अशोका रोड, जय सिंह मार्ग और कनॉट प्लेस के इनर व आउटर सर्किल पर ट्रैफिक प्रभावित रहा।
किसान रैली में वे महिलाएं भी शामिल थीं, जिनके पतियों ने खराब हालात के चलते खुदकुशी कर ली थी। मार्च के दौरान वे पतियों के फोटो हाथ में लेकर विरोध जता रही थीं। वहीं, तमिलनाडु के किसान अर्धनग्न अवस्था में नरकंकाल व हड्डियों के साथ प्रदर्शन करते दिखे।
एआईकेएससीसी का दावा है कि हाल के दिनों में राष्ट्रीय राजधानी में होने वाली किसान रैलियों में यह सबसे बड़ी रैली है। गुरुवार को यह मार्च चार अलग-अलग जगहों पर निकाला गया, जिसमें आनंद विहार, निजामुद्दीन, बिजवासन रेलवे स्टेशन और सब्जी मंडी वाले इलाके शामिल हैं। वहीं, पुलिस ने किसानों के इस आंदोलन को ध्यान में रखते हुए रामलीला मैदान से लेकर संसद परिसर तक सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं।
किसानों की विशाल रैली के चलते मध्य दिल्ली में भी ट्रैफिक व्यवस्था पर प्रभाव पड़ा। बाराखंभा रोड और कस्तूरबा गांधी इलाकों को इस रैली के कारण ब्लॉक कर दिया गया है, जबकि लीयो टॉलस्टॉय मार्ग के पास से किसान निकल रहे हैं। रैली में कुछ किसान संगठन के कार्यकर्ता लाउडस्पीकर पर 'राफेल चोर, गद्दी छोड़' के नारे लगाते नजर आए।
किसान रैली अब रंजीत सिंह फ्लाई ओवर के पास पहुंच चुकी है, जिसके कारण वहां जाम लग गया है। सड़क के दोनों तरफ वाहनों को निकलने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, विरोध रैली में शामिल कई महिलाओं ने एक चैनल से दावा किया वे भूख हड़ताल पर हैं। जब तक उनकी मांगें नहीं पूरी होंगी, तब तक वे भूखी रहेंगी।
किसान रैली में किसान मुक्ति मोर्चा के सदस्य भी शामिल हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कई किसानों ने गुरुद्वारा बंगला साहिब परिसर में गुरुवार की रात बिताई। उन्होंने बताया कि गुरुद्वारे में उन्होंने नाश्ता और खाना खाया, जबकि इधर रामलीला मैदान में पीएम मोदी के खिलाफ नारेबाजी हुई। किसान, 'मोदी सरकार मुर्दाबाद' के नारे लगा रहे थे।
देशभर से दिल्ली आए किसानों ने अपने प्रदर्शन के दूसरे दिन दिल्ली में रामलीला मैदान के पास इस तरह हल्ला बोला। वहीं, ज्वॉइंट सीपी (यातायात) ने कहा कि ट्रैफिक पुलिस फेसबुक-टि्वटर पर प्रभावित ट्रैफिक रूट को लेकर पल-पल के अपडेट्स देगी। तकरीबन 1000 ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को जगह-जगह तैनात किया गया है, ताकि यातायात पर प्रभाव न पड़े।
रामलीला मैदान में मौजूद वरिष्ठ पत्रकार पी.साईनाथ ने एक अंग्रेजी चैनल से बातचीत में कहा- किसान यहां तीन बार आ चुके हैं। ऐसा पूरे देश को बचाने के लिए किया जा रहा है। वहीं, ऑल इंडिया किसान सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक धावले ने कहा, '20 सालों में तीन लाख किसानों ने सरकार की इन्हीं 'उदार नीतियों' के कारण आत्मदाह कर लिया। बीजेपी की सरकार किसान विरोधी है और वह कॉरपोरेट का पक्ष लेती है। बीजेपी सरकार तो पिछली सरकार से भी बदतर है।'