नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (NDMC) शहर के ग्रीन एरिया को बढ़ाने के लिए बड़े स्तर पर तैयारी शुरू कर दी है। सोमवार को शुरू किए गए व्यापक वृक्षारोपण अभियान के तहत कई अभियान, स्मार्ट वॉटरिंग सिस्टम और ट्री एम्बुलेंस हैं। इसके साथ ही ‘गैप फिलिंग अभियान’ और ‘एंड-टू-एंड ग्रीन कवर’ जैसी पहल शुरू की गई हैं, जिसका उद्देश्य 80 प्रमुख सड़कों, जंक्शनों और गोल चक्करों पर ब्राउन पैच को खत्म करना है। इससे वायु प्रदूषण कम होने की उम्मीद है।
इस बारे में जानकारी देते हुए एक अधिकारी ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “जिन स्थानों पर पहले कोई हरियाली नहीं थी या जहां खुदाई हुई है, उन्हें ब्राउन स्पॉट के रूप में चिन्हित किया गया है।”
पानी बचाने के लिए क्या करेगा NDMC?
एनडीएमसी के उपाध्यक्ष कुलजीत सिंह चहल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि नगर निगम अब पानी बचाने के लिए ‘स्मार्ट वाटरिंग’ सिस्टम का इस्तेमाल करेगा। अधिकारी ने बताया, “ड्रिप सिंचाई प्रणाली लागू की जाएगी। नेहरू पार्क में मौजूद वाटर स्प्रिंकलर की तरह ही अन्य लॉन और गार्डन में भी वाटर स्प्रिंकलर लगाए जाएंगे।”
अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर हो नई दिल्ली रेलवे स्टेशन
प्रधानमंत्री मोदी की पहल ‘एक पेड़ मां के नाम’ के तहत लगाए जाएंगे हजारों पेड़
कुलजीत चहल ने यह भी घोषणा की कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल ‘एक पेड़ मां के नाम’ के तहत 89 स्थलों पर 3,000 पेड़, 35 लाख झाड़ियां और 3,946 बांस के पौधे लगाए जाएंगे। पहले से लगाए गए पेड़ों को स्वस्थ और सुरक्षित रखने के लिए एक ट्री एम्बुलेंस तैनात की गई है। अधिकारी ने कहा, “लोधी गार्डन में प्लांट प्रोटेक्शन सेल पेड़ों की सर्जरी, दीमक और कीट नियंत्रण और मिट्टी उपचार करने के लिए है जिसमें एक पर्यवेक्षक और चार कर्मचारियों की एक समर्पित टीम द्वारा सहायता प्रदान की जाती है।”
इन सड़कों पर लगाए जाएंगे बड़े पेड़
वृक्षारोपण अभियान में शामिल प्रमुख स्थानों में शंकर रोड, हैली रोड, बाराखंभा रोड, फ़िरोज शाह रोड, जनपथ, महादेव रोड, संसद मार्ग, केजी मार्ग, पेशवा रोड, तानसेन मार्ग, उद्यान मार्ग, बंगला साहिब रोड, आरके आश्रम मार्ग, तिलक मार्ग, मौलाना आज़ाद रोड, अकबर रोड, पंचशील मार्ग शामिल हैं।
वृक्षारोपण के लिए चयनित वृक्ष प्रजातियों में अर्जुन, पीपल, चंपा, जामुन, इमली, नीम, कैसिया फिस्टुला (अमलतास), अशोक, खिरनी, सिल्वर ओक, हरसिंगार और गुलमोहर जैसी किस्में शामिल हैं। झाड़ीदार प्रजातियों में मुरैना, हेमेलिया, करोंदा, बोगेनविलिया, कैलियांड्रा, जस्टिसिया, कन्ना और अन्य पैटर्न वाली किस्में शामिल हैं। गोल्डन और बुद्ध वैली के बांस के पौधे चार चयनित स्थानों – अकबर रोड, सुब्रमण्यम भारती मार्ग, कृष्ण मेनन मार्ग और मंदिर मार्ग पर लगाए जाएंगे। कुलजीत चहल ने कहा, “इन्हें प्राकृतिक ग्रीन स्क्रीन के रूप में कार्य करने और जैव विविधता को बढ़ाने के लिए चारदीवारी के साथ लगाया जाएगा।”
जानिए कल दिल्ली – गाजियाबाद में कैसा रहेगा मौसम
NDMC दिल्ली को कैसे बनाएगा ग्रीन दिल्ली?
चहल ने कहा, ” दिल्ली के कुल भौगोलिक क्षेत्र का केवल 3% कवर करने के बावजूद , एनडीएमसी शहर के ग्रीन एरिया में लगभग 55% का योगदान देता है।” उन्होंने कहा कि नागरिक निकाय द्वारा देश में सबसे हरित शहरी स्थानीय निकाय का टैग बनाए रखने के लिए प्रयास किए जाते हैं। इस योजना में बायोडिग्रेडेबल नारियल के छिलकों से बनी 4,000 फूलों की टोकरियां लगाना और छतों पर बागवानी को बढ़ावा देना भी शामिल है।
अधिकारी चहल ने कहा कि नगर निगम ने बापू धाम, नेहरू पार्क, अकबर रोड, एम्स और अन्य स्थानों पर नौ नए सेंट्रलाइज्ड सीवर ट्रीटमेंट प्लान बनाने की योजना बनाई है। नगर निकाय ने केंद्रीय मंत्रियों, विदेशी दूतावासों, रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्ल्यूए), मार्केट ट्रेडर्स एसोसिएशन (एमटीए), बार एसोसिएशन, अस्पतालों, निजी संस्थानों के साथ-साथ सरकारी और निजी स्कूलों को भी इसमें शामिल करने की योजना बनाई है। इस बीच, 27 जुलाई को हरियाली तीज के त्यौहार के अवसर पर 20 प्रमुख स्थानों पर 240 पेड़ और 36,200 झाड़ियां लगाई जाएंगी। पढ़ें- देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों के लेटेस्ट अपडेट्स