पिछले हफ्ते महाराष्ट्र के खड़कवासला (Khadakwasla) में एनडीए की पासिंग आउट परेड में एक खास पल देखने को मिला। सूरज निकलते ही एक बेटी ने सेना की दुनिया में कदम रखा, ठीक उसी तरह जैसे उसके पिता ने कभी नौसेना में अपना नाम बनाया था। एन रोज (Ann Rose), राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) की पहली महिला कैडेटों के बैच में शामिल थीं। वह 30 मई को एनडीए के 148वें कोर्स से पास आउट हुईं।
उनके पिता कमांडर एम पी मैथ्यू (Commander M P Mathew) हाल ही में भारतीय नौसेना से सेवानिवृत्त हुए हैं। वह परेड ग्राउंड की दर्शक दीर्घा में बैठकर अपनी बेटी को सेना की हरे रंग की वर्दी में देख रहे थे – जो उनके नौसेना की सफेद वर्दी से अलग थी। भावुक होते हुए उन्होंने कहा, “मैंने नहीं सोचा था कि ये पल इस तरह आएगा। मैं 30 अप्रैल को रिटायर हुआ और वो 30 मई को मार्च पास्ट कर रही थी। ये संयोग हो सकता है, लेकिन ये जादू जैसा लगता है।”
एन रोज 2022 में परीक्षा पास कर वह एनडीए में शामिल हुईं
एन रोज का बचपन कोच्चि के नेवी चिल्ड्रन स्कूल में बीता। वह सेना की सलामी, सायरन और बार-बार एक शहर से दूसरे शहर में तबादले वाले माहौल को देखा है। जब 2021 में सरकार ने एनडीए में महिलाओं को शामिल करने का रास्ता खोला, तो उन्होंने तुरंत फैसला लिया। 2022 में परीक्षा पास कर वह एनडीए में शामिल हुईं और तीन साल की कठिन ट्रेनिंग पुरुष कैडेटों के साथ बराबरी से पूरी की।
कमांडर मैथ्यू बताते हैं, “वो चाहती तो किसी भी विंग को चुन सकती थी, लेकिन उसने सेना को चुना। ये उसका खुद का फैसला था।” एक पिता के रूप में वह बेहद गर्वित महसूस करते हैं कि उनकी बेटी अब उसी सेवा भावना को आगे बढ़ा रही है।
एन रोज सिर्फ अपने लिए नहीं, बल्कि उन तमाम लड़कियों के लिए मिसाल हैं, जो कभी सोचती थीं कि सेना सिर्फ पुरुषों के लिए है। उन्होंने एक नई राह दिखाई है – एक नई उम्मीद।
उसी परेड में श्रीति दक्ष (Shreeti Daksh) भी थीं, जिन्होंने एनडीए में आर्ट्स स्ट्रीम में टॉप किया। उनके पिता, सेवानिवृत्त विंग कमांडर योगेश दक्ष (Wing Commander Yogesh Kumar Daksh) भी कभी उसी स्क्वाड्रन का हिस्सा रहे थे। दोनों ही अकादमी के हंटर या ‘एच’ स्क्वाड्रन से हैं। एक हेलीकॉप्टर पायलट विंग कमांडर दक्ष छह साल पहले भारतीय वायुसेना से सेवानिवृत्त हुए थे। वह 30 साल से अधिक समय पहले हंटर स्क्वाड्रन का हिस्सा थे। दोनों की ये साझी विरासत सेना के इतिहास में एक खूबसूरत अध्याय जोड़ती है।