राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) को सोमवार तगड़ा झटका लगा। भ्रष्टाचार के आरोप में लगभग एक महीने से फरार राकांपा विधायक रमेश कदम को सोमवार सुबह पुणे के एक पांचसितारा होटल से गिरफ्तार कर लिया गया। कदम से नई मुंबई में सीआइडी (अपराध अन्वेषण विभाग) के अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं।
कदम के खिलाफ दहिसर पुलिस थाने में 18 जुलाई को शिकायत दर्ज हुई थी। तभी से कदम फरार थे। कदम समेत पांच लोगों पर लोकशाहीर अण्णाभाऊ साठे निगम में 250 करोड़ रुपए के घोटाले का आरोप है। समाज के पिछड़े वर्ग को मुख्यधारा में लाने के लिए निगम की स्थापना की गई थी। कदम निगम के अध्यक्ष थे। पुलिस ने निगम केपूर्व प्रबंध निदेशक संतोष इंगले, निलंबित प्रबंध निदेशक श्रावण किसन बावणे, नमिता कदम और लक्ष्मी लोखंडे के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस अब तक कदम की दो बहनों और एक सहायक समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।
आरोप है कि निगम के अध्यक्ष रहते हुए कदम ने मातंग महिला समृद्धि योजना के तहत राकांपा विधायकोंवाले 38 क्षेत्रों को विधानसभा चुनाव से ठीक पहले पांच-पांच करोड़ रुपए की राशि बांटी। बिना उचित प्रकिया और परीक्षा के निगम में 90 लोगों को नौकरी दी। औरंगाबाद में साढ़े 12 करोड़ रुपए का भूखंड गैरकानूनी तौर पर खरीदा, निगम के जिला कार्यालयों से 86 करोड़ रुपए निकाले और 56 नेताओं व अधिकारियों को दस करोड़ रुपए की महंगी गाड़ियां बांटी।
कदम के खिलाफ राकांपा के पूर्व अन्न एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री लक्ष्मण ढोबले ने 3700 पन्नों के दस्तावेज भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को सौंपे थे। ढोबले का कहना था कि जिन संस्थाओं को निगम के जरिये कर्ज दिया गया वे सिर्फ कागजों पर ही हैं। ढोबले के मुताबिक राकांपा कदम के पीछे खड़ी है इसलिए उन्हें पार्टी से नहीं निकाला जा रहा है। बता दें कि ढोबले को बीते विधानसभा चुनावों में राकांपा ने टिकट नहीं दी थी, क्योंकि उनके खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज हुआ था।
निगम में हुए इस गड़बड़ घोटाले की शिकायत मिलने के बाद सरकार ने मामले की जांच सीआईडी को सौंपी। 18 जुलाई को कदम के खिलाफ दहिसर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज होने के बाद से ही सीआइडी के अधिकारी जगह-जगह छापे मार कर कदम को तलाश कर रहे थे। आखिर सोमवार की सुबह सीआइडी को कामयाबी मिली और कदम को पुणे के ग्रांड हयात होटल से गिरफ्तार किया गया।
आरोप है कि कदम ने निगम में जिन 90 लोगों को नियमों को ताक पर रख कर नौकरी दी, उनमें से 60 लोगों से 20-20 लाख रुपए लिए। निगम से जमीन खरीदने के लिए साढ़े 12 करोड़ रुपए निकाले मगर जमीन कुछ लाख रुपयों में खरीदी। दो एकड़ जमीन में से डेढ़ एकड़ जमीन खुद रमेश कदम के नाम से खरीदी गई है।
कदम की गिरफ्तारी से राकांपा को तगड़ा झटका लगा है। उसके तीन प्रमुख नेताओं पर पहले से ही भ्रष्टाचार के मामलों में जांच चल रही है। राकांपा के प्रवक्ता नवाब मलिक ने कदम की गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया देते हुए सिर्फ इतना ही कहा है कि कदम के मामले में कानून अपना काम कर रहा है। कदम ने पार्टी को दी सफाई में कहा है कि उस पर राजनैतिक कारणों से कार्रवाई की जा रही है।
