भारतीय सेना द्वारा पाक अधिकृत कश्मीर में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक करने के दावों पर एक तरफ जहां कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने सरकार से सबूत पेश करने की मांग की है वहीं, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी सुप्रीमो शरद पवार ने सरकार का समर्थन किया है। शरद पवार ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, ‘दुश्मन को सबक सिखाने के लिए एक गंभीर कार्रवाई की जरूरत थी और यह समय की मांग भी थी, जिसे अंजाम दे दिया गया है। हम सबको इसका समर्थन करना चाहिए। सर्जिकल स्ट्राइक का सबूह मांगने वाले बहुत ही गैरजिम्मेदार और कुतर्की लोग हैं। ऐसा नहीं होना चाहिए। हालांकि, शरद पवार ने यह भी दावा किया कि उनके रक्षामंत्री रहते हुए भी सेना ने इस तरीके का सर्जिकल स्ट्राइक किया था। शरद पवार ने कहा, ‘मेरे रक्षामंत्री रहते हुए भी सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक्स किए थे। हालांकि, तब मैने इस बारे में बताया नहीं था क्योंकि मुझे लगता है कि रक्षामंत्री का पद बहुत जिम्मेदारी वाला होता है। रक्षामंत्री पद पर आसीन व्यक्ति को बहुत सोच समझकर और कम बोलना चाहिए।
वीडियो: राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी को कहा दलाल
गौरतलब है कि विगत 28 सितंबर को भारतीय सेना के डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने एक प्रेस कांफ्रेंस कर कहा था कि सेना के स्पेशल फोर्सेज के जवानों ने 27 सितंबर की रात पीओके में घुसकर आतंकी कैंपों पर सर्जिकल स्ट्राइक्स किए। उन्होंने इस हमले में तकरीबन 35 से 50 आतंकियों के मारे जाने की संभावना जाहिर की थी। भारतीय सेना के इस दावे को पाकिस्तान ने सिरे से नकार दिया था, जिसके बाद भारत में कुछ नेताओं ने सर्जिकल स्ट्राइक्स के बारे में सरकार से सबूत दिखाने की मांग की थी। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि विदेशी मीडिया पाकिस्तान के दावे को सही ठहरा रही है और इसलिए सरकार से सर्जिकल स्ट्राइक के वीडियो को जारी करने की मांग की थी। वहीं, कांग्रेस के नेता संजय निरूपम ने ट्वीट कर कहा था, ‘प्रत्येक भारतीय पाकिस्तान के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक्स चाहता है लेकिन भाजपा द्वारा राजनीतिक फायदे के लिए फर्जी वाली नहीं। देश के हितों पर राजनीति।’
Read Also: राहुल गांधी की विवादित टिप्पणी- जवानों के ‘खून की दलाली’ कर रहे हैं प्रधानमंत्री

