मंगलवार से नवरात्री शुरू होने जा रहे हैं और हर बार की तरह इस बार भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सभी नौ दिन व्रत रखेंगे। वह पिछले चार से भी ज्यादा दशकों से नवरात्री व्रत रखते आ रहे हैं। उपवास के दिनों में पीएम केवल एक फल खाते हैं और नींबू पानी पीते हैं। इस दौरान वे अन्न और मसालें नहीं खाते हैं। हिन्दू संस्कृति से जुड़े देश भर के अन्य लोगों के साथ पीएम मोदी भी पूरा दिन सिर्फ गर्म पानी पीकर ही काम चलाएंगे। 2012 में पीएम मोदी ने एक ब्लॉग के जरिए बताया था कि वह पिछले 35 सालों से यह व्रत रखते हैं।
इतना ही नहीं, 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद जब वह अमेरिकी यात्रा पर गए थे तब भी उन्होंने अपनी इस आस्था को नहीं तोड़ा था। इसके चलते उनके लिए वहां पर मीनू में बदलाव किया गया था। खाने की जगह नींबू पानी प्रदान किया गया था। वहीं, 2015 में नरेंद्र मोदी ने नवरात्रि के पहले दिन असम के मशहूर कामाख्या देवी मंदिर में पूजा-अर्चना कर अपने व्रत की शुरुआत की थी। भारतीय परंपरा के अनुसार चैत्र महीने की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा यानि पहली तारीख से नया साल शुरू होता है। इसी दिन से चैत्र नवरात्र भी शुरू हो जाता है जो कि रामनवमी तक चलता है। इन नौ दिनों तक हिंदू व्रत रखते हैं। उपवास के दौरान अन्न नहीं खाया जाता है।
पीएम मोदी साल के दोनों नवरात्र (चैत्र और शारदीय) में व्रत रखते हैं। सिर्फ पीएम मोदी ही नहीं, उत्तर प्रदेश के नए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी नवरात्री का व्रत पूरी निष्ठा के साथ रखते हैं। शारदीय नवरात्र में तो योगी 9 दिनों तक किसी से मुलाकात तक नहीं करते बस एक कमरे में रहते हैं और आराधना करते हैं। कहा जाता है कि पीएम मोदी सुबह 4 बजे उठ जाते हैं, लेकिन मुख्यमंत्री योगी उनसे भी पहले सुबह 3 बजे उठ जाते हैं।