Navjot Sidhu on Manmohan Singh: कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री का नाम भारतीय राजनीतिक इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। सिद्धू ने कहा कि वह एक महान प्रधानमंत्री थे। उन्होंने कहा कि ना तो पहले आपके जैसा कोई था और ना बाद में कोई होगा। इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि जो हमेशा एक पंथीय व्यक्ति रहे और रहेंगे। उनकी किंवदंती बढ़ती रहेगी। संस्थाएं कभी नहीं मरती हैं, वे पीढ़ियों को प्रेरित करती रहती हैं।

कांग्रेस नेता ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा, ‘जब भी भारतीय राजनीति में चरित्र, योग्यता और ईमानदारी का इतिहास लिखा जाएगा, तो पहले पन्ने पर आपका नाम स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। न तो आपसे पहले कोई आप जैसा था और न ही आपके बाद कोई होगा।’ क्रिकेटर से राजनेता बने सिद्धू ने 2018 में 84वें कांग्रेस अधिवेशन के अपने संबोधन का एक पुराना वीडियो भी शेयर किया। इसमें उन्होंने मनमोहन सिंह से उनके बारे में की गई पिछली टिप्पणियों के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगी थी। 2017 में भारतीय जनता पार्टी से कांग्रेस में शामिल हुए सिद्धू ने मनमोहन सिंह को ‘सरदार और असरदार’ दोनों कहा।

नवजोत सिंह सिद्धू ने मांगी थी माफी

नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने संबोधन में कहा था, ‘मैं सरदार मनमोहन सिंह से सिर झुकाकर माफी मांगना चाहता हूं। मैं कहना चाहता हूं कि सरदार मनमोहन सिंह, आपके मौन ने जो काम किया है, वह बीजेपी का शोर नहीं कर सकता।’ वहीं शनिवार को मीडिया से बातचीत करते हुए सिद्धू ने स्मारक के मुद्दे पर कहा कि जब कोई व्यक्ति मर जाता है तो उसके साथ सारी दुश्मनी खत्म हो जाती है, लेकिन यहां राजनीति हो रही है। मैं एक छोटा सा सवाल पूछता हूं कि अगर पूर्व पीएम अटल का अंतिम संस्कार हो और कोई कहे कि स्मारक राजघाट पर नहीं बनेगा, कहीं और बनेगा, तो आपको कैसा लगेगा? यह मुद्दा किसी पार्टी का नहीं बल्कि देश के इतिहास का है।

मलेशिया के PM ने मनमोहन सिंह से जुड़ी ये कहानी सुनाकर कहा-दुख का बोझ बढ़ गया

मनमोहन सिंह का निधन

मनमोहन सिंह का 26 दिसंबर को 92 साल की उम्र निधन हो गया। इसके बाद दुनिया में शोक की लहर दौड़ गई। मोदी सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री के सम्मान में सात दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है। पूर्व पीएम की अंतिम यात्रा निकाली गई और अब उनका पार्थिव शरीर निगम बोध घाट पहुंच चुका है। थोड़ी ही देर में वह पंचतत्व में विलीन हो जाएंगे। बात सिर्फ मनमोहन सिंह के मेमोरियल की, कांग्रेस को क्यों याद दिलाया गया नरसिम्हा राव का अंतिम संस्कार? पढ़ें पूरी खबर…