पंजाब कांग्रेस में सियासी घमासान मचा हुआ है। पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह की मुख्यमंत्री पद से विदाई हुई और फिर उनके धुर विरोधी नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे ने कांग्रेस की चिंताएं बढ़ा दीं।
ऐसे सियासी संकट के बीच सिद्धू की बेटी राबिया का बयान सामने आया है। पिता के बारे में सवाल सुनकर सिद्धू की बेटी भावुक हो गईं और कहा कि वे बड़ी लड़ाई लड़ रहे हैं और वो लड़ते रहेंगे।
उन्होंने कहा कि लोग कई बार समझते नहीं हैं। क्या आप ऐसे नेता चाहते हैं, जो पंजाब के लिए भावुक ना हों। पापा भावुक होते हैं क्योंकि उन्हें दर्द महसूस होता है। आप ही बताइए क्या ऐसा नहीं होना चाहिए।
राबिया ने कहा कि उनके पापा को पंजाब से बहुत लगाव है। उन्होंने एक पार्क के उद्घाटन के दौरान मीडिया से ये बातें कहीं।
बता दें कि हालही में नवजोत सिंह सिद्धू का बयान सामने आया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि हर जगह मेरी प्रतिभा को नजरअंदाज किया गया।
पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद सिद्धू ने कहा था कि वह उन्हें दिए गए सम्मान के लिए कांग्रेस आलाकमान के आभारी रहेंगे, लेकिन वह कभी भी समझौता नहीं कर सकते।
सिद्धू ने ट्विटर पर अपना वीडियो साझा करते हुए कहा कि मुझे पंजाब से प्यार है, और जो इस बात को समझते हैं, वे मुझ पर कोई आरोप नहीं लगाएंगे। मेरी प्रतिभा को हर जगह नजरअंदाज किया गया है। राजनीति में 5 को 50 बनाया जा सकता है और 50 को शून्य में बदला जा सकता है।
गौरतलब है कि पंजाब में अगले साल विधानसभा चुनाव हैं। ऐसे में कांग्रेस के लिए पंजाब में ये मुश्किल दौर है, जहां एक ओर अमरिंदर भी उससे रूठे और दूसरी ओर सिद्धू भी पार्टी में रुकना नहीं चाहते।
सिद्धू ने 28 सितंबर को कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि उन्होंने सोनिया गांधी को लिखे पत्र में कहा था कि वह पार्टी की सेवा करना जारी रखेंगे।
उन्होंने पत्र में ये भी लिखा था कि किसी भी व्यक्ति के व्यक्तित्व में गिरावट समझौते से शुरू होती है। मैं पंजाब के भविष्य के एजेंडे को लेकर कोई समझौता नहीं कर सकता। हालांकि कांग्रेस आलाकमान ने अभी सिद्धू का इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है।