Navjot Singh Siddhu: पंजाब की पटियाला जेल में बंद कांग्रेस के सीनियर नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने शारदीय नवरात्रि में मौन व्रत रखने का फैसला किया है। इसकी जानकारी उनकी पत्नी नवजोत कौर सिद्धू ने दी। बता दें कि सोमवार(26 सितंबर) को शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हुई। इसके एक दिन पहले नवजोत कौर ने सिद्धू के मौन व्रत की जानकारी ट्वीट के जरिए दी।
ट्वीट में नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी ने लिखा, “मेरे पति नवरात्रि के दौरान मौन रखेंगे और 5 अक्टूबर के बाद ही वे उनसे मिलने के लिए जाने वालों से मिलेंगे।” बता दें कि यह ट्वीट नवजोत सिंह सिद्धू के ट्विटर अकाउंट से किया गया है और नीचे नवजोत कौर का नाम लिखा है। वहीं इस ट्वीट पर सोशल मीडिया यूजर्स अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
एक यूजर ने लिखा, “यह प्रेरणादायक ट्वीट है। अगर सिद्धू जी ऐसा कर सकते हैं तो यक़ीनन हम भी कुछ दिन मोबाइल के बगैर रह सकते हैं।” एक अन्य ने लिखा कि अच्छा, लेकिन हमने हाल में उन्हें बोलते हुए नहीं सुना, क्या वह बोल रहे?
एक अन्य यूजर ने लिखा, “मेरी तरफ से निवेदन है कि जब भारत जोड़ो यात्रा पंजाब पहुंचे तो सिद्धू पाजी को बता दें कि वे उस यात्रा में शामिल नहीं हो।” एक और यूजर ने लिखा, “बोलना ही बंद किया है, ट्ववीट को खुद से कर सकते हैं।”
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने 34 साल पहले के एक रोड रेज मामले में सिद्धू को एक साल की सश्रम सजा सुनाई है। फैसला आने के बाद सिद्धू पटियाला जेल में बंद हैं। वहीं नवरात्रि के दौरान उन्होंने ‘मौन व्रत’ रखने का फैसला किया है।
सिद्धू के खिलाफ रोड रेज का मामला:
कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ रोड रेज का मामला 1988 का है। सिद्धू अपने घर से 1.5 किलोमीटर दूर पटियाला के शेरावाले गेट की मार्केट पहुंचे थे। इस दौरान मार्केट में उनकी 65 साल के बुजुर्ग गुरनाम सिंह से कार पार्किंग को लेकर विवाद हो गया। हाथापाई की नौबत आ गई। इस दौरान सिद्धू ने गुरनाम सिंह को घुटना मारकर गिरा दिया, जिसके बाद गुरनाम की अस्पताल में मौत हो गई थी।
हालांकि इस मामले में उन्हें पहले राहत मिल गई थी लेकिन रोड रेज में जिस व्यक्ति की मौत हुई थी उसके परिवार ने सिद्धू के खिलाफ रिव्यू पिटीशन दायर की थी। इस याचिका की सुनवाई करते हुए सर्वोच्च अदालत से सिद्धू को एक साल सश्रम यानी कठोर कारावास की सजा हुई है।