गुजरात के अहमदाबाद स्थित राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान (एनआईडी) ने 7 फरवरी को निर्धारित अपना सालाना दीक्षांत समारोह अप्रत्याशित परिस्थितियों के चलते टाल दिया है। समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुखर आलोचक और प्रख्यात नृत्यांगना मल्लिका साराभाई को मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया गया था लेकिन कार्यक्रम से ठीक तीन दिन पहले आनन-फानन में उसे स्थगित कर दिया गया है। मल्लिका साराभाई ने पिछले दिनों संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को लेकर भाजपा सरकार की आलोचना की थी।
एनआईडी के एक अधिकारी ने बताया कि दीक्षांत समारोह की नयी तारीख के बारे में शीघ्र ही फैसला किया जाएगा। कार्यक्रम के लिए साराभाई को दिए गए आमंत्रण के बारे में पूछे जाने पर एक अधिकारी ने मंगलवार को कहा, ‘‘विभिन्न लोगों के सुझाव पर कुछ लोगों को संभावित मुख्य अतिथि चुना गया था और अंतिम निर्णय दी गई तारीखों पर उनकी उपलब्धता के आधार पर लिया गया था।’’ इससे पहले एनआईडी ने स्रातक की उपाधि हासिल कर रहे छात्रों को एक पत्र में कहा, ‘‘एनआईडी, अहमदाबाद की संचालन परिषद की ओर से हमें आपको यह सूचित करते हुए खेद है कि शुक्रवार सात फरवरी 2020 को निर्धारित दीक्षांत समारोह अप्रत्याशित परिस्थितियों के चलते टाल दिया गया है।’’
पीएम मोदी की आलोचक होने की वजह से समारोह के कैंसिल करने पर साराभाई ने इंडियन एक्सप्रेस से ई-मेल पर कहा, “NID के अध्यक्ष जमशेद गोदरेज (गोदरेज एंड बॉयस के प्रबंध निदेशक और अध्यक्ष) ने मुझे एक पत्र के माध्यम से चार महीने पहले आमंत्रित किया था और मैंने सहजता से उसे स्वीकार कर लिया। मैं एनआईडी से जुड़ी हुई हूं और उनके बोर्ड में काम किया है।”
साराभाई ने कहा, “मुझे एक पत्र के माध्यम से समारोह रद्द करने के बारे में बताया गया जो सभी के पास गया। हालांकि, मैंने किसी से बात नहीं की है और न ही पूछा है। किसी ने ये भी नहीं कहा कि अब मैं उनकी अतिथि नहीं हूँ।”
अधिकारी ने बताया कि यह फैसला संस्थान की संचालन परिषद ने लिया। संचालन परिषद में वाणिज्य एवं उद्योग, मानव संसाधन विकास और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आई टी मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारी तथा उनके सदस्य शामिल हैं। एनआईडी केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के उद्योग प्रोत्साहन एवं आंतरिक व्यापार विभाग के तहत एक स्वायत्त संस्थान है। इसकी गांधीनगर और बेंगलुरु में शाखाएं हैं।
गौरतलब है कि प्रख्यात नृत्यांगना मृणालिनी साराभाई और अंतरिक्ष वैज्ञानिक विक्रम साराभाई की बेटी मल्लिका गुजरात के मुख्यमंत्री रहने के समय से ही नरेंद्र मोदी की मुखर आलोचक हैं। साराभाई ने भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी के खिलाफ निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में गांधीनगर सीट पर 2009 का लोकसभा चुनाव लड़ा था, हालांकि वह हार गई थीं। वह सीएए के खिलाफ प्रदर्शनों में भी शामिल हुई हैं। (भाषा इनपुट्स के साथ)