नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी के धनशोधन आरोप पर अदालत द्वारा संज्ञान लेने से इनकार किए जाने पर कांग्रेस ने कहा कि कानून की आवाज किसी भी शोर से ज्यादा बुलंद है। इस मुद्दे पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि नेशनल हेराल्ड मामला राजनीतिक प्रतिशोध की मंशा से दर्ज किया गया। खड़गे ने कहा कि नेशनल हेराल्ड मामले का उद्देश्य गांधी परिवार को परेशान करना है।

मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हम नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी के आरोप पर अदालत के फैसले का स्वागत करते हैं, सत्य की हमेशा जीत होती है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, “वे राजनीतिक बदले की भावना से ऐसा कर रहे हैं। यह मामला सिर्फ गांधी परिवार को परेशान करने के लिए रचा गया है। इस मामले में कोई एफआईआर दर्ज नहीं है, हमारा नारा है ‘सत्यमेव जयते’।

कांग्रेस अध्यक्ष ने ‘नेशनल हेराल्ड’ मामले में सोनिया गांधी, राहुल गांधी और पांच अन्य के खिलाफ धन शोधन को लेकर प्रवर्तन निदेशालय के आरोप पत्र पर संज्ञान लेने से अदालत द्वारा इनकार किए जाने का हवाला देते हुए बुधवार को कहा कि अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को इस्तीफा दे देना चाहिए। दिल्ली की एक अदालत ने ‘नेशनल हेराल्ड’ मामले में कांग्रेस नेताओं राहुल गांधी, सोनिया गांधी और पांच अन्य के खिलाफ धन शोधन के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के आरोप पत्र पर संज्ञान लेने से मंगलवार को इनकार कर दिया।

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मोदी और अमित शाह को इस्तीफा देना चाहिए- कांग्रेस अध्यक्ष

खड़गे ने संवाददाताओं से कहा कि नेशनल हेराल्ड मामले में फैसला आने के बाद अब नरेन्द्र मोदी और अमित शाह को इस्तीफा देना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘यह फैसला प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह के मुंह पर तमाचा है। उन्हें एक राजीनामा देना चाहिए कि भविष्य में वे लोगों को सताने का काम नहीं करेंगे।’’

वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक सिंघवी ने कहा कि जांच एजेंसियों का कैसे दुरुपयोग किया जाता है, ‘नेशनल हेराल्ड’ मामला इसका एक प्रमाण है। उन्होंने कहा कि इस मामले में न तो पैसे का कोई लेनदेन हुआ है और ना ही संपत्ति का कोई हस्तांतरण हुआ है तो फिर धन शोधन का सवाल कहां उठता है। उन्होंने कहा, ‘‘ ‘नेशनल हेराल्ड’ का मामला द्वेष से प्रेरित तो है ही, बल्कि लापरवाही से भी भरा है। इस मामले में कल जो फैसला आया, वह सत्ता के दबाव पर संविधान का अंतिम प्रभाव है।’’

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(इनपुट- भाषा)