नेशनल हेराल्ड केस में भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने दावा किया कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी को 22 से 25 साल तक सजा हो सकती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी तो गई। सोमवार (13 जून) को नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी के समन पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बीजेपी नेता ने कहा कि कोई समाधान नहीं है क्योंकि मनी लॉन्ड्रिंग के तहत ईडी की सजा बहुत सख्त है।

गौरतलब है कि यह मामला सुब्रमण्यम स्वामी ने ही सामने लाया था जिन्होंने गांधी परिवार पर पार्टी के धन का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया था। सोमवार को उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट पर टाइम्स नाउ नवभारत चैनल के साथ बातचीत का एक वीडियो शेयर किया। जिसमें उन्होंने इस मामले से जुड़े कई सवालों के जवाब दिए।

चोर तो खंडन करेगा ही: इस दौरान एंकर ने सुब्रमण्यम स्वामी से सवाल किया कि कांग्रेस पार्टी कहती है कि एक रुपए का भी घपला नहीं हुआ है, जबकि आप कहते हैं कि घपला हुआ है, आखिर मामला क्या है? इस सवाल का जवाब देते हुए बीजेपी नेता ने कहा कि चोर कभी कहता है क्या कि उसने चोरी की है? जितनी बड़ी चोरी है तो वो उसको खंडन करेंगे।

लोगों को गुमराह करने की कोशिश: कांग्रेस इसे बीजेपी की बदले की कार्रवाई कहती है, इस सवाल के जवाब में सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा, “मैं क्या बदला लूंगा। तुमने अपराध किया और पकड़े गए, कोर्ट में उसकी सुनवाई चल रही है, इसमें बदला क्या? कौन सी बदले की कार्रवाई?” उन्होंने आगे कहा, “मैंने जब भ्रष्टाचार के खिलाफ 2जी घोटाले पर आवाज उठाई थी तब भी उन्होंने इसे बदला कहा था। उनको जब भी पूछो बदला-बदला करते हैं और आप लोगों को गुमराह करने की कोशिश करते हैं।”

इस मामले में आगे क्या हो सकता है इस सवाल का जवाब देते हुए सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि इनको ज्यादा दिक्कत मेरे केस में होगी क्योंकि मैंने चार धाराएं लगाई हैं। इसमें राहुल गांधी और सोनिया गांधी को 22 से 25 साल तक सजा हो सकती है।

सुब्रमण्यम स्वामी के इस दावे पर सोशल मीडिया यूजर्स ने तीखे सवाल उठाए। अरुण शर्मा (@ArunSha10912632) नाम के यूजर ने लिखा, “आदरणीय सुब्रमण्यम स्वामीजी, ना डेट ना तारीख, सजा फटाफट.. आप महान हैं मेरी सरकार से निवेदन है , एक स्वतंत्र मंत्रालय न्याय पालिका सुधार गठन करें और आप को आजीवन चेयरपर्सन नियुक्त करे, ये देश वासियों पर बहुत बड़ा उपकार होगा, न्याय के लिए दर दर भटकते लोग दुआ देंगे।” एक (@kay1kube) यूजर ने लिखा, “अफवाह फैलाना गंभीर अपराध है।”