पूर्व केंद्रीय मंत्री और जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री रह चुके फारूक अब्दुल्ला ने कहा है कि पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर (पीओके) उसी के पास रहेगा और जम्मू-कश्मीर भारत के पास रहेगा। उन्होंने यह भी कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच विवाद सुलझाने का एक मात्र रास्ता बातचीत ही है। समाचार एजेंसी एएनआई ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता अब्दुल्ला के हवाले से कहा है, ‘पीओके पाकिस्तान में है, वहीं रहेगा। जम्मू-कश्मीर भारत में है, यहीं रहेगा। हमें यह बात समझनी होगी। जंग से कुछ नहीं होगा। केवल जिंदगियां जाएंगी। बातचीत एक मात्र रास्ता है।’
अब्दुल्ला के बयान पर जम्मू-कश्मीर के उप मुख्यमंत्री निर्मल सिंह ने कहा कि 1994 में संसद में प्रस्ताव पारित कर साफ कर दिया गया है कि पीओके संवैधानिक रूप से भारत का हिस्सा है। अब्दुल्ला की पार्टी राज्य में विपक्ष की भूमिका है। जम्मू-कश्मीर में पीडीपी और भाजपा की गठबंधन सरकार है।
WATCH: Farooq Abdullah says PoK is and will remain part of Pakistan and J&K is and will remain part of India pic.twitter.com/ZKVrBgAHCR
— ANI (@ANI_news) November 27, 2015