बीजेपी के पूर्व सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने पीएम नरेंद्र मोदी को लेकर फिर से तंज कसा है। अमेरिका के साथ रूस और चीन के झगड़े में स्वामी ने नरेंद्र मोदी को पंचतंत्र का चमगादड़ करार दिया है। उनका कहना है कि इस वैश्विक उठापटक में मोदी की स्थिति कुछ वैसे ही होने वाली है जैसे पंचतंत्र के चमगादड़ की हुई।

स्वामी ने अपनी पोस्ट में लिखा कि शी जिनपिंग पोलित ब्यूरो ग्रुप के सामने बेबस हो गए हैं। ये ग्रुप अमेरिका के साथ फिर से अपने रिश्ते बेहतर करने की वकालत कर रहा है। यूक्रेन के युद्ध में रूस लगातार हार रहा है। लेकिन मोदी दोनों ही मोर्चों पर हार चुके हैं। उनका कहना है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अमेरिका रूस की जगह जापान को लाने का इच्छुक है। ऐसे में मोदी न घर के रहे न घाट के। यानि उनकी हालत पेड़ से लटके चमगादड़ की है।

ध्यान रहे कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को अपने ही देश में विरोध का सामना करना पड़ रहा है। कहा तो यहां तक जा रहा है कि वो फिलहाल नजरबंद हैं। चीन वैश्विक मोर्चे पर रूस की सबसे बड़ी ताकत था। उधर पुतिन जिस तरह से यूक्रेन की जंग को गंवा रहे हैं उसमें उनके हालात भी नाजुक हो चले हैं। भारत इस लड़ाई में तटस्थ रवैया अपना रहा था। यानि वो अमेरिका के साथ भी सुर में सुर मिला रहा था तो पुतिन का विरोध भी नहीं कर रहा था। स्वामी की दलील है कि पुतिन और शी जिनपिंग के पतन के बाद मोदी की स्थिति पंचतंत्र की कहानी के चमगादड़ जैसी हो गई है।

क्या है पंचतंत्र का निचोड़

कहानी के मुताबिक जब पशुओं और पक्षियों की लड़ाई होती है तो चमगादड़ आखिरी लम्हे तक दोनों पर निगाह रखता है। उसकी मंशा विजेता ग्रुप में शामिल होने की होती है। वो पशुओं को जीतते देखता है तो उनके दल में शामिल हो जाता है। उसकी दलील होती है कि वो पशुओं जैसा है। लड़ाई का पासा पलटता है तो वो पक्षियों के पास चला जाता है और दलील देता है कि वो उनके जैसा है। आखिर में लड़ाई खथ्म होती है तो पशु और पक्षी दोनों ही उसे निशाने पर लेते हैं। फिर उसे सजा मिलती है पेड़ से लटकने की।