शिवसेना ने कहा है कि पठानकोट जैसे हमलों के प्रति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सहिष्णुता खत्म होनी चाहिए। शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ के सोमवार के अंक की संपादकीय में कहा गया है, ‘आतंकी हमलों के प्रति हमारी सहिष्णुता सराहनीय है। लेकिन इसकी एक सीमा है। हम प्रार्थना करते हैं कि ऐसे हमलों के प्रति मोदी की सहिष्णुता खत्म होनी चाहिए।’

पार्टी ने कहा, ‘अमेरिका ने पठानकोट मुद्दे पर पाकिस्तान पर दबाव डाला है और पहले की तरह अब गेंद पाकिस्तान के पाले में है। आगे क्या होगा, इस विषय पर इंतजार करना ही हमारे हाथ में है।’ शिवसेना ने कहा है कि जेईएम जैसे आतंकी संगठन हमारे जख्मों पर नमक यह कह कर छिड़क रहे हैं कि केवल छह आतंकवादियों का भारतीय सेना के पास जवाब नहीं था। अखबार लिखता है, ‘ऐसी घटनाएं तब तक नहीं रुकेंगी जब तक इनका मुंहतोड़ जवाब नहीं दिया जाएगा।

शिवसेना ने कहा कि अगर भारतीय शासक क्षत्रीय धर्म का पालन नहीं करते और समय पर शत्रुओं से नहीं निपटते तब यह कठिन हो जाएगा।’ अखबार का कहना है कि केवल भारत के मामले में ही बाध्यता क्यों होनी चाहिए? रूस, फ्रांस, अमेरिका और इंग्लैंड जैसे देश अपने शत्रुओं को जोरदार जवाब देते हैं और गेंद शत्रुओं के पाले में नहीं डालते।