प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस महीने के आखिर में वाशिंगटन डीसी की अपनी यात्रा के दौरान अमेरिकी कांग्रेस की एक संयुक्त बैठक को संबोधित करने वाले हैं। सदन के अध्यक्ष केविन मैक्कार्थी ने 22 जून को प्रतिनिधि सभा और सीनेट की एक संयुक्त बैठक को संबोधित करने के लिए भारतीय पीएम को निमंत्रण दिया है। यह वाशिंगटन द्वारा किसी विदेशी नेता को दिए जाने वाले सर्वोच्च सम्मानों में से एक माना जाता है। प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन का विषय भारत के भविष्य और दोनों देशों के सामने आने वाली वैश्विक चुनौतियों से जुड़ा होगा।
दोनों देशों के बीच बढ़ेंगे संबंध
प्रधानमंत्री मोदी के इस कार्यक्रम की जानकारी देते हुए केविन मैक्कार्थी ने ट्विटर पर लिखा, “प्रधानमंत्री मोदी को गुरुवार, जून 22 को कांग्रेस की एक संयुक्त बैठक को संबोधित करने के लिए आमंत्रित करना मेरे लिए सम्मान की बात है”। उन्होने प्रधानमंत्री मोदी को इनवाइट करते हुए एक लेटर भी जारी किया है, जिसमें लिखा है, “यह संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत के बीच स्थायी दोस्ती का जश्न मनाने और हमारे दोनों देशों के सामने आने वाली वैश्विक चुनौतियों पर बात करने का अवसर होगा…
…हम साझा मूल्यों और वैश्विक शांति और समृद्धि के लिए लगन के साथ प्रतिबद्ध हैं। आपके सम्बोधन के दौरान आपके पास मौका होगा कि आप भारत के भविष्य के लिए अपने दृष्टिकोण को साझा कर सकें और दुनिया के सामने खड़ी चुनौतियों पर बात कर सकें।
सात साल पहले कांग्रेस की संयुक्त बैठक में आपके ऐतिहासिक संबोधन ने यहां एक स्थायी प्रभाव छोड़ा था और संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत के बीच दोस्ती को बहुत गहराइ दी थी। आपने उस वक़्त भी कहा था कि हमारा रिश्ता एक महत्वपूर्ण भविष्य के लिए तैयार है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन 21-24 जून के बीच अमेरिका की पहली राजकीय यात्रा के लिए व्हाइट हाउस में पीएम मोदी की मेजबानी करने वाले हैं। हालांकि पीएम मोदी ने अपने कार्यकाल में पहले भी कई बार अमेरिका का दौरा किया है, लेकिन 2014 में पद संभालने के बाद से यह उनकी पहली ‘राजकीय यात्रा’ होगी। एक महीने में बाइडेन और मोदी के बीच यह चौथी मुलाकात होगी।