प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछले 8 सालों से देश के प्रधानमंत्री हैं और वह कड़े फैसले लेने के लिए जाने जाते हैं। पीएम मोदी पर उनके विरोधी यह आरोप लगाते हैं कि वह वन मैन गवर्नमेंट चलाते हैं। यानी पीएम मोदी अपने मंत्रिमंडल में किसी की नहीं सुनते हैं और खुद से फैसले लेते हैं। 2016 में केंद्र सरकार द्वारा नोटबंदी के फैसले पर विपक्ष ने पीएम मोदी पर आरोप लगाया था कि पीएम ने इस फैसले की जानकारी किसी को नहीं दी थी।

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पीएम मोदी के मंत्रिमंडल के सदस्य या पूर्व सदस्य जब भी किसी टीवी चैनल पर इंटरव्यू के लिए जाते हैं तो उनसे यह सवाल ज्यादातर पूछा जाता है। लेकिन वह इस पर काफी सावधानीपूर्वक जवाब देते हैं। इसी क्रम में पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर न्यूज़ इंडिया 24×7 समाचार चैनल को इंटरव्यू दे रहे थे और ऐंकर पूछ लिया कि क्या पीएम मोदी ‘वन मैन गवर्नमेंट’ चलाते हैं? ऐंकर के सवाल के जवाब में प्रकाश जावड़ेकर ने बड़ा ही सधा सा जवाब दिया।

प्रकाश जावड़ेकर ने ऐंकर के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि, “नहीं, यह सच नहीं है कि पीएम मोदी वन मैन गवर्मेंट चलाते हैं। हर मंत्री, हर मंत्रालय अपना प्रपोजल या प्रस्ताव दे सकता है। नीति के विषयों पर वह कैबिनेट में जाते हैं लेकिन बाकी के मंत्रियों को काम करने की छूट है। मंत्रिमंडल में भी अगर किसी विषय पर किसी की अलग राय या जानकारी हुई तो वह उसे रखते हैं। अगर उस विषय में दम लगता है तो उस पर पुनर्विचार किया जाता है।”

प्रकाश जावड़ेकर ने आगे कहा कि, “उत्तर प्रदेश चुनाव के नतीजे आने के ठीक 1 दिन बाद गुजरात में जाकर 2 दिन का रोड शो करना, यह कार्यकर्ताओं और जनता के मनोबल को बढ़ाता है। पीएम मोदी इतनी मेहनत करते हैं। कोरोना के समय कुछ लोग गायब हो गए थे। अब विपक्ष ने कभी इतनी मेहनत नहीं की है तो वो क्या समझे।”

प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि देश आज बहुत खुश है। आप देश के किसी भी सामान्य नागरिक, महिला, पुरुष या नौजवान से आप मोदी के काम के बारे में पूछेंगे तो यही बोलेंगे कि मोदी अच्छे हैं। प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि देश की जनता मानती है कि अटल जी के बाद पहली दफा देश को ऐसा प्रधानमंत्री मिला है जो भ्रष्टाचार और परिवारवाद के खिलाफ है।