PM Narendra Modi Mann Ki Baat 30 June 2019 News Updates: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार (30 जून, 2019) को अपनी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला मन की बात रेडियो कार्यक्रम संबोधित किया। उन्होंने इसमें आम चुनाव, जल संरक्षण, आपातकाल, प्रेमचंद और अपनी केदारनाथ यात्रा का जिक्र किया, पर सबसे अधिक जोर देश के लिए चिंता का सबब बनते जा रहे जल संकट की ओर दिया। कहा कि जैसे स्वच्छता के लिए देश में आंदोलन छेड़ा गया, ठीक वैसे ही बूंद-बूंद पानी बचाने के लिए भी देश की जनता आगे आए और जनआंदोलन का आगाज करे।
कार्यक्रम की शुरुआत में उन्होंने कहा कि वह आए नहीं हैं, बल्कि लोग उन्हें लेकर आए हैं। पीएम ने आगे सफल चुनाव के लिए सभी देशवासियों को बधाइयां दीं। वह बोले, “एक लंबे अंतराल के बाद आपके बीच मन की बात, जन-जन की बात, जन-मन की बात इसका हम सिलसिला जारी कर रहे हैं। चुनाव की आपाधापी में व्यस्तता तो ज्यादा थी लेकिन मन की बात का मजा ही गायब था, एक कमी महसूस कर रहा था। हम 130 करोड़ देशवासियों के स्वजन के रूप में बातें करते थे।”
उनके मुताबिक, “देश और समाज के लिए आईने की तरह है। ये हमें बताता हाँ कि देशवासियों के भीतर अंडरनी मज़बूती, ताक़त और टैलेंट की कोई कमी नहीं है।” पीएम ने कहा, “जब देश में आपातकाल लगाया गया तब उसका विरोध सिर्फ राजनीतिक दायरे तक सीमित नहीं रहा था, राजनेताओं तक सीमित नहीं रहा था, जेल के सलाखों तक, आन्दोलन सिमट नहीं गया था। जन-जन के दिल में एक आक्रोश था।”
बकौल पीएम, “भारत गर्व के साथ कह सकता है कि हमारे लिए, कानून नियमों से परे लोकतंत्र हमारे संस्कार हैं, लोकतंत्र हमारी संस्कृति है, लोकतंत्र हमारी विरासत है। और आपातकाल में हमने अनुभव किया था और इसीलिए देश, अपने लिए नहीं, लोकतंत्र की रक्षा के लिए आहुत कर चुका था।”
यहां सुनें 30 जून, 2019 की ‘मन की बात’ का प्रसारणः
Delight to connect again! Watch #MannKiBaat. https://t.co/nyU2AiuB4b
— Narendra Modi (@narendramodi) June 30, 2019
Highlights
पीएम ने अपील करते हुए कहा, "मेरा पहला अनुरोध है कि जैसे देशवासियों ने स्वच्छता को एक जन आंदोलन का रूप दे दिया। आइए, वैसे ही जल संरक्षण के लिए एक जन आंदोलन की शुरुआत करें। दूसरा अनुरोध है- हमारे देश में पानी के संरक्षण के लिए कई पारंपरिक तौर-तरीके सदियों से उपयोग में लाए जा रहे हैं। मैं आप सभी से, जल संरक्षण के उन पारंपरिक तरीकों को शेयर करने का आग्रह करता हूं।
उनके अनुसार, "हमारे देश में पानी के संरक्षण के लिए कई पारंपरिक तौर-तरीके सदियों से उपयोग में लाए जा रहे हैं। मैं आप सभी से, जल संरक्षण के उन पारंपरिक तरीकों को शेयर करने का आग्रह करता हूं।" उन्होंने आगे कहा कि जल संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले व्यक्तियों का, स्वयं सेवी संस्थाओं का, और इस क्षेत्र में काम करने वाले हर किसी का, उनकी जो जानकारी हो, उसे आप #JanShakti4JalShakti के साथ शेयर करें, ताकि उनका एक डाटाबेस बनाया जा सके।
उन्होंने कहा, "अरुणाचल प्रदेश के एक रिमोट इलाके में, महज एक महिला मतदाता के लिए पोलिंग स्टेशन बनाया गया। आपको यह जानकार आश्चर्य होगा कि चुनाव आयोग के अधिकारियों को वहाँ पहुँचने के लिए दो-दो दिन तक यात्रा करनी पड़ी - यही तो लोकतंत्र का सच्चा सम्मान है।" वह आगे बोले कि दुनिया में सबसे ज्यादा ऊंचाई पर स्थित मतदान केंद्र भी भारत में ही है। यह मतदान केंद्र हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्फिति क्षेत्र में 15000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है।
पीएम ने मन की बात कार्यक्रम में कहा- 2019 का लोकसभा का चुनाव अब तक के इतिहास में दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक चुनाव था। आप कल्पना कर सकते हैं कि इस प्रकार के चुनाव संपन्न कराने में कितने बड़े स्तर पर संसाधनों की और मानवशक्ति की आवश्यकता हुई होगी। लाखों कर्मियों की दिन-रात की मेहनत से चुनाव संपन्न हो सका। सैन्य कर्मियों ने भी परिश्रम की पराकाष्ठा की।
गृह मंत्री और मोदी के करीबी नेता अमित शाह ने भी उनका कार्यक्रम सुनने की अपील की। ट्वीट कर वह बोले- अपनी हर किस्म की सकारात्मकता के साथ मन की बात ने कई लोगों की जिंदगी को बदला है। यह ज्ञान साझा करने, जागरूकता फैलाने, प्रेरित करने वाली कहानियों को पहचानने और अच्छे कारणों के लिए हमें प्रेरित करने का बढ़िया जरिया बन चुका है। आप पीएम का कार्यक्रम सुबह 11 बजे जरूर सुनें।
आम चुनाव के पहले 24 फरवरी को उन्होंने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम को मार्च और अप्रैल के लिए न करने के लिए कहा था। सत्ता वापसी को लेकर विश्वास जताते हुए उन्होंने तब कहा था कि वह मई के आखिरी रविवार को कार्यक्रम के साथ वापसी करेंगे। नतीजों में बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए को शानदार जनादेश मिला और 30 मई को मोदी ने पीएम पद की शपथ ली थी।
अपनी सरकार के पहले कार्यकाल में मोदी ने 2014 में सत्ता संभालने के बाद देश को इस रेडियो कार्यक्रम के जरिए कुल 53 बार संबोधित किया। कार्यक्रम से कुछ समय के लिए ब्रेक लेने के पीछे उन्होंने कारण बताते हुए कहा था कि उन्होंने ऐसा स्वस्थ लोकतंत्र की परंपरा को ध्यान में रखते हुए किया था।
प्रधानमंत्री रविवार को लगभग चार महीने बाद अपना रेडियो कार्यक्रम करेंगे। जानकारों की मानें तो वह इसमें कई अहम मुद्दों का जिक्र कर सकते हैं, जिसमें केंद्रीय बजट पर बात भी हो सकती है। पीएम ने शनिवार को 'मन की बात' से जुड़ा यह ट्वीट किया था। देखेंः