PM Narendra Modi in J&K Updates: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज (3 फरवरी) जम्मू-कश्मीर के एक दिवसीय दौरे पर हैं। मोदी ने जम्मू-कश्मीर के लद्दाख क्षेत्र में पहले विश्वविद्यालय ‘यूनिर्विसटी ऑफ लद्दाख’ की आधारशिला रविवार को रखी। जम्मू में 35,000 करोड़ रुपये की परियोजना और कश्मीर घाटी में 9,000 करोड़ रुपये की परियोजना की आधारशिला रखे और उद्घाटन किया। इसके बाद उन्होंने विजयपुर में प्रधानमंत्री एक जनसभा को संबोधित किया। रैली में पीएम ने कहा, “मां वैष्णों की छत्रछाया में जम्मू में एक बार फिर आना, मेरे लिए सौभाग्य की बात है। मैं जब भी यहां आता हूं तो यहां की उर्जा मुझे और ज्यादा शक्ति से अपना काम करने को प्रेरित करती है। हमारी सरकार कश्मीरी पंडितों, कश्मीरी विस्थापितों, किसानों, युवाओं और शहीद के परिवारों के साथ खड़ी है।”
इससे पहले, लेह में एयरपोर्ट की नई टर्मिनल बिल्डिंग का शिलान्यास करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उनकी सरकार करने की संस्कृति को बहुत पीछे छोड़ चुकी है। उन्होंने कहा कि एक बार बिलासपुर-मनाली-लेह रेल लाइन पूरी होने पर दिल्ली से लेह की दूरी कम हो जाएगी। लोगों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि पर्यटन क्षेत्र को भी इससे बढ़ावा मिलेगा। प्रोटेक्टेड एरिया परमिट की वैधता भी बढ़ाकर 15 दिन कर दी गई है। अब पर्यटक लेह में अपनी यात्रा का आनंद ले सकेंगे। बकौल मोदी, “मुझे खुशी है कि लद्दाख ऑटोनॉमस हिल डेवलपमेंट काउंसिल (एलएएचडीसी) में बदलाव हुए। अब यह काउंसिल क्षेत्र के विकास के लिए भेजा हुआ पैसा जारी कर रहा है।”

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को जम्मू-कश्मीर के लद्दाख क्षेत्र में पहले विश्वविद्यालय ‘यूनिर्विसटी ऑफ लद्दाख’ की आधारशिला रखी। जम्मू क्षेत्र में एक आईआईटी और एक आईआईएमसी के अलावा कुल चार विश्वविद्यालय हैं, वहीं कश्मीर घाटी में तीन विश्वविद्यालय और एक राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) है। मोदी ने कहा कि लद्दाख के पास अब पहला क्लस्टर विश्वविद्यालय है, जिससे लेह, करगिल, नुब्रा, जंस्कर, द्रास और खलतसी के डिग्री कॉलेज संबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि लेह और करगिल में विश्वविद्यालय के प्रशासनिक कार्यालय होंगे। जम्मू कश्मीर प्रशासन ने 15 दिसंबर को लद्दाख क्षेत्र में पहले विश्वविद्यालय की स्थापना को मंजूरी दी थी।
पीएम मोदी ने कहा, "एक तरफ तो दुश्मन को करारा जवाब दिया जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ सीमा पर 14 हजार बंकर बनाए जा रहे हैं, ताकि आप सभी सुरक्षित रह सकें।"
नरेंद्र मोदी ने कहा, "हर शहीद के परिवार को विश्वास दिलाता हूं कि देश की सरकार आपके साथ, हर कदम पर खड़ी रहेगी। मैं सीमा पार से गोलाबारी का सामना कर रहे परिवारों को भी आश्वस्त करता हूं कि उनकी सुरक्षा के लिए हर संभव कोशिश की जा रही है।"
मोदी ने कहा, "परसों जब हमारे वित्त मंत्री बजट पढ़ रहे थे तो विपक्ष का चेहरा लटका हुआ था, वो अपना होश गवां बैठे थे। बजट में घोषित की गई पीएम किसान सम्मान योजना का लाभ केवल एक बार नहीं मिलेगा, बल्कि हर वर्ष मिलने वाला है।"
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, "कांग्रेस ने 10 वर्ष पहले 2008 में चुनाव जीतने के लिए किसानों के लिए कर्जमाफी का ऐलान किया था। देश के किसानों पर उस समय 6 लाख करोड़ रुपए का कर्ज था, माफ किया 52 हज़ार करोड़ रुपए का। इसमें से भी 30-35 लाख ऐसे लोगों की कर्जमाफी कर दी गई जो इसके हकदार ही नहीं थे। चुनाव नजदीक आते ही कांग्रेस पार्टी को कर्ज माफी का बुखार चढ़ जाता है। कांग्रेस पार्टी की नीयत कभी किसानों को कर्ज से मुक्त करने की रही ही नहीं, किसानों के नाम पर कांग्रेस हमेशा बिचौलियों की जेब भर्ती आयी है।"
नरेंद्र मोदी ने कहा, "देश के 70 साल के इतिहास में पहली बार देश के 12 करोड़ से अधिक छोटे किसान परिवारों जिनके पास 5 एकड़ तक की ज़मीन है, उनको अब हर वर्ष 6,000 रुपए सीधे बैंक खाते में भेजे जाएंगे।"
पीएम ने कहा, "पिछले दिनों जम्मू कश्मीर में हुए पंचायत चुनाव में जिस तरह लोगों ने हिस्सा लिया जिसमें 70 प्रतिशत से ज्यादा मतदान हुआ और हिंसा की कोई घटना नहीं हुई, वो अभूतपूर्व है।"
नरेंद्र मोदी ने कहा, "केंद्र की सरकार मेरे कश्मीरी पंडित, कश्मीरी विस्थापित भाइयों और बहनों के अधिकारों, उनके सम्मान और उनके गौरव के लिए समर्पित है, प्रतिबद्ध है। हमारी सरकार नागरिकता कानून में संशोधन का प्रस्ताव लाई है। ये उस संकल्प का हिस्सा है, जिसके द्वारा हम उन सभी लोगों के साथ खड़े रहेंगे, जो कभी भारत का हिस्सा थे और 1947 में बनी परिस्थितियों के चलते हमसे अलग हो गए।"
पीएम ने कहा, "केंद्र सरकार युवाओं को समान अवसर देने के लिए समर्पित है। हाल में ही सरकारी सेवाओं और शिक्षण संस्थानों में गरीब सामान्य वर्ग के युवाओं को 10 प्रतिशत आरक्षण देने का फैसला लिया गया है।"
पीएम मोदी ने कहा, "मां वैष्णों की छत्रछाया में जम्मू में एक बार फिर आना, मेरे लिए सौभाग्य की बात है। मैं जब भी यहां आता हूं तो यहां की उर्जा मुझे और ज्यादा शक्ति से अपना काम करने को प्रेरित करती है। जम्म और कश्मीर में पिछले 70 साल में 500 एमबीबीएस सीटें थीं, जो भाजपा सरकार के प्रयास से अब दो गुनी होने वाली है। दूर-दराज के इलाकों को जोड़ने, यहां की सड़क नेटवर्क को सुधारने के लिए भाजपा सरकार ने प्रधानमंत्री विकास पैकेज में 40 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान किया है।"
पीएम की रैली के लिए चार स्तरीय सुरक्षा घेरा बनाया है। इसके लिये प्रादेशिक सेना के अधिकारियों के अतिरिक्त 15 राजपत्रित अधिकारियों के साथ सुरक्षा बलों की 62 कंपनियां तैनात की गयी हैं, जो उस वक्त ड्यूटी पर तैनात रहेंगे। हेलीपैड और उसकी परिधि वाले क्षेत्र, सार्वजनिक क्षेत्र और आस पास के इलाकों में चार स्तरीय सुरक्षा घेरा बनाया गया है।
जम्मू कश्मीर में प्रतिष्ठित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की आधारशिला रखने के बाद प्रधानमंत्री जम्मू-पठानकोट राजमार्ग के पास विजयपुर में एक रैली को संबोधित करने वाले हैं। एम्स को 2015 में ही मंजूरी मिल गयी थी। हालांकि परियोजना के लिये चिह्नित करीब 245 एकड़ जमीन के एक भूभाग से करीब 280 घुमंतु परिवारों के पुनर्वास की वजह से देरी का सामना करना पड़ा।
प्रधानमंत्री मोदी ने जम्मू और श्रीनगर डिविजन में कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया, जिसमें दो अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स, विजयपुर और एम्स, अवंतीपुर) भी शामिल हैं। पीएम ने इसके अलावा जम्मू स्थित भारतीय जन संचार संस्थान (आईआईएमसी) के उत्तरी क्षेत्रीण केंद्र कैंपस के निर्माण की नींव भी रखी, जबकि लद्दाख विवि का उद्धाटन भी किया। लद्दाख क्षेत्र की यह पहली यूनिवर्सिटी है।
पीएम मोदी के दौरे के विरोध में अलगाववादियों ने घाटी में पूर्ण बंद का आह्वान किया है। हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के उदारवादी धड़े के नेता मीरवाइज उमर फारूक और पूर्व विधायक शेख अब्दुल रशीद सहित कई अलगाववादी नेता शनिवार से नजरबंद हैं। अलगाववादियों द्वारा आहूत हड़ताल से सामान्य जन-जीवन प्रभावित रहा। सभी दुकानें तथा व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे और सार्वजनिक वाहन भी सड़कों से नदारद रहे। अधिकारियों ने बताया कि घाटी में अभी तक किसी तरह की अप्रिय घटना की कोई खबर नहीं है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जम्मू-कश्मीर दौर के मद्देनजर यहां रविवार सुबह एहतियाती तौर पर मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गईं। राज्य में इसके साथ ही सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए। अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री की यात्रा बिना किसी अड़चन के पूरी हो इसके लिए अधिकारियों ने एहतियाती तौर पर रविवार तड़के इंटरनेट सेवाओं को निलंबित कर दिया। उन्होंने बताया कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए घाटी भर में बड़ी संख्या में सुरक्षा कर्मी तैनात किए गए हैं।