मंगलवार (दो फरवरी) को केरल और तमिलनाडु के दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विरोध का सामना करना पड़ा। रोहित वेमुला केस के कारण तमिलनाडु में 22 राजनैतिक दलों और संगठनों ने पहले से मोदी का विरोध करने और उन्हें काला झंडा दिखाने की तैयारी कर रखी थी। उन्हें रोकने के लिए पुलिस ने कड़े सुरक्षा बंदोबस्त किए थे। दोपहर तीन बजे तक पुलिस 19 महिलाओं सहित 189 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी थी।
मोदी ने तमिलनाडु के कोयंबटूर में इंप्लॉई स्टेट इंश्योरेंस कॉरपरेशन मेडिकल कॉलेज का उद्घाटन किया। यहां उन्होंने कहा कि उनकी सरकार श्रमिकों के बेहतरी के लिए ईमानदारी से काम कर रही है। जल्द ही सरकार श्रम कानूनों में बदलाव लाकर मौजूदा 44 कानूनों की जगह चार लेबर कोड बनाने पर विचार कर रही है।
मोदी सरकार जो लेबर कानून लाने जा रही है उसके खिलाफ सेन्ट्रल ट्रेड यूनियन 10 मार्च को देशव्यापी हड़ताल करने जा रही है। मोदी ने अपील करते हुए श्रमिकों से कहा कि वे इस हड़ताल में शामिल न हों। मोदी ने कहा कि हम प्रगतिशील हैं। हम सभी वर्गों की सहमति के साथ एक बेहतर कानून बनाना चाहते हैं। मोदी ने भरोसा दिलाया कि नया कानून बनने से श्रमिकों की परेशानियों में कमी आयेगी। इसके बाद हॉस्पिटल का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि इएसआई गांधी जी के विचारों पर आधारित है। 1952 में सिर्फ दो केंद्र कानपुर आर दिल्ली के साथ शुरू होने वाला संगठन इएसआई आज पूरे देश में फैल चुका है।
इससे पहले मोदी केरल में ग्लोबल आयुर्वेद फेस्टिवल में भी शामिल हुए। वहां उन्होंने केरल को पारंपरिक आयुर्वेद का गढ़ बताया।
केरल और तमिलनाडु दोनों ही राज्यों में इस विधानसभा चुनाव होने हैं।

