पालघर (महाराष्ट्र)। महाराष्ट्र में चुनाव प्रचार के अंतिम दिन आदिवासी इलाके में मछुआरा समुदाय को अपने साथ लाने का प्रयास करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि जो लोग उनके 60 दिनों के काम का हिसाब मांग रहे हैं, उन्होंने जेलों में बंद मछुआरों की चिंता नहीं की और उनकी सरकार (भाजपा नीत सरकार) ने इस विषय को पाकिस्तान के समक्ष उठाया।
महाराष्ट्र के पालघर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि पालघर के मछुआरों का गुजरात के साथ विशेष संबंध है।
प्रत्येक नौका की कीमत 5..10 लाख रूपए के बीच आने का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ मछुआरे पाकिस्तान की जेल में बंद हैं। जब मैं प्रधानमंत्री बना तब इस बात को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के समक्ष गंभीरता से उठाया और उन्हें बताया कि आपने न केवल मछुआरों को जेल में डाल दिया है बल्कि उनकी नौकाओं को भी जब्त कर दिया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ 10 वर्ष में पहली बार पाकिस्तान ने हमारी 50 नौकाओं को मुक्त किया। इसके साथ ही जेल से 200 मछुआरों को भी रिहा किया। सरकार के गठन के तत्काल बाद पहला काम मैंने यही किया।’’
मोदी ने कहा, ‘‘ नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी ने देश पर शासन किया और यहां तक की सोनिया गांधी ने भी पर्दे के पीछे से शासन किया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ लेकिन क्या कांग्रेस ने 50 वर्षो में आदिवासियों की चिंता की ? न ही उसने आदिवासियों के लिए अलग मंत्रालय बनाया। वाजपेयी सरकार ने उनके लिए अगल मंत्रालय का गठन किया और एक आदिवासी को उसका मंत्री बनाया।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि 2022 में जब भारत अपनी स्वतंत्रता का 75 वर्ष पूरा कर रहा होगा तब एक परिवार भी ऐसा नहीं होना चाहिए जिसके पास रहने के लिए अपना घर नहीं हो। यह मेरा सपना है।
उन्होंने कहा, ‘‘ पालघर महाराष्ट्र का नया जिला है और मेरा यह प्रयास होगा कि इसे राज्य में सबसे विकसित बनाया जाए।’’
मोदी ने कहा, ‘‘ अगर लोगों को यहां अच्छ रेल नेटवर्क मिलेगा और युवाओं को रोजगार प्राप्त होगा, तब यह क्षेत्र विकास करेगा।’’
उन्होंने कहा कि भारत को काफी संघर्षो के बाद स्वतंत्रता मिली लेकिन यह अमीरों एवं बड़े बाबुओं को खुश करने के लिए नहीं बल्कि गरीबों के लिए थी।