पश्चिम बंगाल की राजनीति में उथल-पुथल मचाने वाले नारद स्टिंग ऑपरेशन मामले में सीबीआई ने आरोपी टीएमसी सांसदों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। बता दें कि सीबीआई ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से टीएमसी सांसदों के खिलाफ मुकदमा चलाए जाने की इजाजत मांगी है। जिन सांसदों के नाम चार्जशीट में दाखिल करने की मांग की गई है, उनमें टीएमसी के सौगत राय, काकोली घोष दस्तीदार और प्रसून बनर्जी के साथ ही पूर्व सांसद सुवेन्दु अधिकारी का नाम शामिल है। चूंकि जिस वक्त नारद स्टिंग मामला घटा था, उस वक्त सुवेन्दु अधिकारी सांसद थे, इसलिए उनका नाम भी चार्जशीट में दाखिल करने के लिए लोकसभा अध्यक्ष से इजाजत मांगी गई है।
सीबीआई सूत्रों के अनुसार, जब लोकसभा अध्यक्ष इजाजत दे देंगे तो आरोपी सांसदों के नाम चार्जशीट में शामिल कर लिए जाएंगे। बता दें कि सीबीआई ने बुधवार को नई दिल्ली में भाजपा नेता मुकुल रॉय और टीएमसी सांसद केडी सिंह से भी नारद स्टिंग ऑपरेशन के बारे में पूछताछ की।
क्या है नारद स्टिंग मामलाः बता दें कि साल 2014 में नारद न्यूज के सीईओ मैथ्यू सैमुएल ने टीएमसी नेताओं का एक स्टिंग ऑपरेशन किया था। इस स्टिंग ऑपरेशन में मैथ्यू सैमुएल एक कंपनी के प्रतिनिधि के तौर पर मिले और पार्टी के सात सांसदों, तीन मंत्रियों और कोलकाता नगर निगम के मेयर शोभन चटर्जी को काम कराने के एवज में मोटी रकम देते नजर आए थे।
इसके बाद पश्चिम बंगाल में साल 2016 के विधानसभा चुनावों से कुछ समय पहले ही इस स्टिंग ऑपरेशन को प्रसारित कर दिया। हालांकि इसके बावजूद विधानसभा चुनावों में टीएमसी ने शानदार जीत दर्ज की। अप्रैल 2017 में सीबीआई ने नारद स्टिंग मामले में केस रजिस्टर्ड किया।
इन नेताओं का नाम है एफआईआर में शामिलः सीबीआई की एफआईआर में टीएमसी के पूर्व राज्यसभा सांसद और अब भाजपा नेता मुकुल रॉय, लोकसभा एमपी सौगत राय, अपरुपा पोद्दार, प्रसून बनर्जी, काकोली घोष दस्तीदार, स्वर्गीय लोकसभा सांसद सुल्तान अहमद, पश्चिम बंगाल सरकार में मंत्री फिरहाद हाकिम, सुवेन्दु अधिकारी, सुब्रत मुखर्जी, पूर्व मंत्री मदन मित्रा, कोलकाता के पूर्व मेयर और अब भाजपा नेता सोभन चटर्जी, विधायक इकबाल अहमद और आईपीएस अधिकारी सैयद मुस्तफा हुसैन मिर्जा का नाम शामिल है।
सीबीआई सूत्रों के अनुसार, 10 आरोपी जिनमें काकोली घोष दस्तीदार, अपरुपा पोद्दार, सुवेन्दु अधिकारी, मदन मित्रा, सुब्रत मुखर्जी, इकबाल अहमद (सुल्तान अहमद के भाई), सोभन चटर्जी को पूछताछ के लिए सीबीआई के कोलकाता ऑफिस में पहुंचने का समन जारी किया गया है। आरोपी नेताओं की आवाज के सैंपल भी ले लिए गए हैं।
टीएमसी सांसद अपरुपा पोद्दार का कहना है कि उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया गया है, लेकिन पहले वह अपने वकील से बात करेंगे और उसके बाद सीबीआई ऑफिस जाएंगे। वहीं अन्य नेताओं से इस बारे में बात नहीं हो सकी। बता दें कि यदि आरोप साबित हो जाते हैं तो इस मामले में दोषी नेताओं को 5 से 7 साल की कैद हो सकती है।