महाराष्ट्र में विधानसभा नतीजों से पहले ही महाविकास अघाड़ी में मुख्यमंत्री पद को लेकर बयानबाजी शुरू हो गई है। गठबंधन में शामिल कांग्रेस ने कहा है कि मुख्यमंत्री तो उनका ही होगा। कांग्रेस की तरफ से आए इस बयान पर शिवसेना (उद्धव गुट) ने आपत्ति जताई है। संजय राउत प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हम मानने वाले नहीं है।

महाराष्ट्र में बुधवार 20 नवंबर को मतदान हुआ संपन्न हुआ। इस बार के चुनाव में 65 फीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है। इन वोटों की गिनती आगामी 23 नवंबर शनिवार को होनी है लेकिन परिणाम से पहले ही महाविकास अघाड़ी की ओर से मुख्यमंत्री को लेकर दावेदारी शुरू हो गई है। महाराष्ट्र इकाई के कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा है कि प्रदेश में बनने वाली नई सरकार का सीएम तो कांग्रेस का ही होगा।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस की लीडरशिप में ही महाविकास अघाड़ी की सरकार बनेगी। कांग्रेस राज्य में सबसे ज्यादा सीटें जीतेगी और उसके नेतृत्व में महा विकास अघाड़ी की सरकार बनेगी। नाना पटोले ने कहा कि ये काले पत्थर पर सफेद लकीर है।

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महा विकास अघाड़ी गठबंधन का हिस्सा शिवसेना यूबीटी के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने नाना पटोले के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हम नहीं मानेंगे। और कोई भी नहीं मानेगा। गठबंधन के सभी दल आपस में बैठकर तय करेंगे की मुख्यमंत्री कौन होगा। अगर राहुल गांधी, प्रियंका गांधी या फिर खड़गे ने कहा होता कि आप सीएम बनोगे, तब उनको ये ऐलान करना चाहिए।

65 फीसदी वोटरों ने किया मतदान

बुधवार को हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में राज्य की 65 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। मतदान के बाद दोनों गठबंधनों ने अपनी-अपनी जीत के दावे किए हैं। हालांकि एग्जिट पोल में महायुति को मजबूत स्थिति में दिखाया जा रहा है। वहीं साल 2019 में हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों की बात करें तो उस समय राज्य में 61.74 फीसदी वोटिंग हुई थी।

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महायुति और महाविकास अघाड़ी के बीच है लड़ाई

इस चुनाव में महाविकास अघाड़ी गठबंधन की ओर से कांग्रेस 101, शिवसेना यूबीटी 95 और शरद पवार की एनसीपी 86 सीटों पर चुनाव लड़ी है। जबकि महायुति की ओर से बीजेपी 149, शिवसेना शिंदे गुट 81 और अजित पवार की एनसीपी 59 सीटों पर चुनाव लड़ी है।