भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है। इस बीच एक हैरान कर देने वाली खबर आई है। नागपुर की एक 43 वर्षीय महिला लद्दाख के कारगिल में नियंत्रण रेखा (LoC) के पास एक गांव हुंदरमन से लापता हो गई है। यह आशंका जताई जा रही है कि वह ऑनलाइन दोस्त बने एक पाकिस्तानी पादरी से मिलने के लिए कथित तौर पर पाकिस्तान नियंत्रित क्षेत्र में चली गई होगी। महिला का नाम सुनीता जामगड़े है और वह अपने 12 वर्षीय बेटे के साथ यात्रा कर रही थी। हालांकि बेटे को वह कथित तौर पर लापता होने से पहले गांव में ही छोड़ आई थी। महिला के परिवार को कारगिल पुलिस ने करीब पांच दिन पहले उसके लापता होने की सूचना दी थी।

अमृतसर गई थी महिला

महिला के भाई सुनील जामगड़े ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “उनके साथ मेरा भतीजा भी था और उसने हमें बताया कि सुनीता ने कहा था कि वह जल्द ही वापस आ जाएगी, लेकिन वह वापस नहीं आई। तभी हमें पता चला कि वह लापता है।” सुनीता इससे पहले इस महीने की शुरुआत में एक अदालती सुनवाई में शामिल होने के लिए अमृतसर गई थी।

महिला के भाई के अनुसार, यह पाकिस्तान पहुंचने का उसका पहला प्रयास नहीं था। महिला के भाई ने कहा, “उसने पहले भी अटारी-वाघा सीमा पार करने की कोशिश की थी। पुलिस ने उसे पकड़ लिया था, लेकिन जब हमने उसे समझाया कि वह मानसिक रूप से ठीक नहीं है, तो उसे छोड़ दिया।” उस प्रयास के बाद, वह कथित तौर पर अपनी हिरासत से परेशान थी और अमृतसर लौट आई, जहां उसने एक पुलिस स्टेशन में हंगामा किया। महिला को 21 दिनों के लिए हिरासत में रखा गया और बाद में 4 मई को अदालत में बुलाया गया।

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अपने बेटे के साथ पंजाब के लिए घर से निकली थी महिला

नागपुर पुलिस के अनुसार, सुनीता अपने बेटे के साथ पंजाब के लिए घर से निकली और किसी तरह एलओसी के पास हुंदरमन पहुँच गई। कपिल नगर पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर सतीश आडे ने कहा, “यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि वह वहां कैसे पहुंची या उसका असली इरादा क्या था। बच्चा स्थानीय पुलिस के पास सुरक्षित है और परिवार के इस हफ्ते उसे वापस लाने की उम्मीद है।”

सुनीता पहले एक नर्स थी जो बाद में घर-घर जाकर कपड़ा बेचने का काम करती थी। आठ साल पहले वह अपने पति से अलग हो गई और उसके बाद से नागपुर में अपनी मां के साथ रह रही थी। महिला के पास मोबाइल फोन नहीं था और वह इस यात्रा पर अपनी मां का फोन लेकर गई थी। सतीश आडे ने कहा, “हमें उसके लापता होने से पहले किसी से बातचीत करने का कोई रिकॉर्ड नहीं मिला है।”

पाकिस्तानी पादरी से करती थी बात

हालांकि, पुलिस के सूत्रों का कहना है कि अमृतसर पुलिस द्वारा पहले की गई पूछताछ के दौरान सुनीता ने पाकिस्तान में रहने वाले एक पादरी से ऑनलाइन बात करने की बात स्वीकार की थी। कारगिल या नागपुर पुलिस की ओर से नियंत्रण रेखा पार करने के बारे में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है, लेकिन रिपोर्ट्स से पता चलता है कि हाल के दिनों में एक व्यक्ति सीमा पार कर गया होगा। अधिकारियों ने पुष्टि नहीं की है कि वह व्यक्ति सुनीता थी या नहीं।