अयोध्या में श्री रामलला के अभिषेक के लिए जूना अखाड़े के नागा संन्यासियों का जत्था हरिद्वार से गंगाजल और उत्तराखंड के अन्य तीर्थ व पावन नदियों का जल लेकर शुक्रवार को अयोध्या के लिए रवाना हो गया। इससे पहले इस जत्थे ने हर की पैड़ी पर मां गंगा की पूजा-अर्चना भी की। नागा संन्यासियों का जत्था अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय सचिव महंत महेश पुरी व मुख्य पुजारी महंत सुरेशानंद सरस्वती के नेतृत्व में हर की पैड़ी पहुंचा। यहां उन्होंने मां गंगा की पूजा-अर्चना और दुग्ध अभिषेक कर गंगाजल से कलश भरा।
इसके साथ ही उत्तराखंड के समस्त तीर्थों से लाए गए पवित्र जल से पूरित कलश का भी पूजन किया गया। यहां से पवित्र कलशों को लेकर नागा संन्यासी दक्षेश्वर महादेव मंदिर कनखल पहुंचे और भगवान शिव का अभिषेक कर अयोध्या में श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा निर्विघ्न संपन्न होने की प्रार्थना की। जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक व अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री महंत हरि गिरी महाराज ने बताया कि 22 जनवरी को श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के समय गंगाजल और उत्तराखंड की विभिन्न पावन नदियों के जल से रामलाल का अभिषेक किया जाएगा।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं निरंजनी अखाड़े के सचिव महंत रविंद्र पुरी महाराज के नेतृत्व में अखाड़ा परिषद का एक दल जल्द ही अयोध्या रवाना होगा। उन्होंने कहा कि श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही दत्तात्रेय अखाड़े में श्री राम विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा भी की जाएगी। वहीं, जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय सचिव महंत महेश पुरी ने बताया कि मंहत हरि गिरि महाराज के निर्देश पर इस बार उत्तराखंड की पवित्र छड़ी यात्रा के दौरान सभी तीर्थ और पवित्र नदियों का जल श्री रामलला के अभिषेक के लिए लाया गया है।